मौसम परिवर्तन का दौर: अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए दिए दिशा-निर्देश

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए दिए दिशा-निर्देश
Chief Secretary Smt. Shubhra Singh
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मीक्षा के दौरान चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि आमतौर पर सर्दी के मौसम में तापमान कम होने एवं मौसम परिवर्तन के समय तापमान परिवर्तन के कारण संक्रमण विशेषकर वायरल रोगों की अधिकता रहती है

जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने मौसम में परिवर्तन के कारण संक्रमण एवं वायरल के केसेज बढ़ने के संबंध में समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को मौसमी बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

साथ ही जनसामान्य से अपील की है कि वे सामान्य प्रयासों के माध्यम से मौसम परिवर्तन के कारण होने वाले रोगों से बचें तथा वायरल या संक्रमण के लक्षण होने पर यथाशीघ्र नजदीकी चिकित्सा केन्द्र पर जाकर परामर्श एवं उपचार लें। 
 
समीक्षा के दौरान चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि आमतौर पर सर्दी के मौसम में तापमान कम होने एवं मौसम परिवर्तन के समय तापमान परिवर्तन के कारण संक्रमण विशेषकर वायरल रोगों की अधिकता रहती है। वर्तमान समय में तापमान, आर्द्रता एवं सामान्य व्यवहार के दृष्टिगत संक्रामक या वायरल रोग अधिक होते हैं।
समय रहते बचाव व नियंत्रण के उपाय अपनाकर इन रोगों के प्रसार को कम किया जा सकता है और व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। साथ ही उपचार की स्थिति में पहुंचने से भी बचा जा सकता है। बच्चे, वृद्धजन, गर्भवती एवं गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता रहती है ताकि वे वायरल और संक्रमण से बच सकें। 
 
मौसम परिवर्तन के इस दौर में वायरल रोग से बचाव हेतु अपने हाथ साबुन से धोयें, मुंह, नाक और आँखों को बार-बार छूने से बचें, सर्दी-जुकाम से ग्रसित लोगों से दूरी बनायें, भीड-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। आवश्कतानुसार मास्क का प्रयोग करें। गर्म कपड़े पहनें, ठण्डी हवा से बचें, ताजा एवं गर्म भोजन का सेवन करें।
पूर्व में गंभीर बीमारी से ग्रसित रोगी अपनी दवा नियमित रूप से लें एवं बिना चिकित्सकीय सलाह उपचार बंद नहीं करें। संक्रमण के लक्षण नजर आने पर चिकित्सकीय सलाह लें। सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर दवा, जांच एवं उपचार सेवाएं निशुल्क उपलब्ध हैं। 

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