Highlights
जवाई बांध का गेज शुक्रवार यानि आज सुबह 8 बजे तक 61.05 फीट को पार कर गया। जवाई बांध में सेई बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। बता दें कि बांध की कुल भराव क्षमता 61.25 फीट है।
सुमेरपुर | पाली ज़िले के सुमेरपुर तहसील में स्थित जवाई बांध में पानी की लगातार हो रही आवक के कारण बांध लबालब हो गया है।
बांध में पानी की आवक जारी रहने के चलते किनारे पर बसी बस्तियों में बांध का पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है।
ऐसे में जल संसाधन विभाग ने सतर्कता नोटिस जारी करते हुए प्रशासन को अलर्ट रहने और लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, जवाई बांध का गेज शुक्रवार यानि आज सुबह 8 बजे तक 61.05 फीट को पार कर गया। जवाई बांध में सेई बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। सेई बांध पर सेई टनल को गहरा करने के कार्य को करवाया जाना है।
बता दें कि बांध की कुल भराव क्षमता 61.25 फीट है।
बांध में अभी भी पानी की आवक बनी हुई है। जिसके चलते बांध से पानी छोड़ने की तैयारी चल रही है।
विभाग का कहना है कि बांध से अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए बांध के गेटों को कभी भी खोला जा सकता है।
जिसके चलते जल संसाधन विभाग ने नदी और बांध के किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित रहने, नदी के आस-पास नहीं जाने और अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने के निर्देश जारी किए हैं।
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बांध के गेट्स को खोला जायेगा, अभी तक 8 बार बांध के गेट्स खुल चुके है।
जानें कब-कब खुले बांध के गेट
- 31 अगस्त 1973 में बांध के गेट 59.80 फीट पानी होने पर खोले गए। गेट 12 सितम्बर तक खुले रहे।
- 12 अगस्त 1990 में बांध के गेट बांध में 60.05 फीट पानी आने पर खोले गए। गेट 1 अक्टूबर तक खुले रहे।
- 11 सितम्बर 1992 में बांध के गेट बांध में 61 फीट पानी होने पर खोले गए जो 27 अक्टूबर तक खुले रहे।
- 17 जुलाई 1993 में 59.50 फीट पर बांध के गेट खोले गए जो 10 अगस्त तक खुले रहे।
- 22 सितम्बर 1994 में बांध में 61.25 फीट पानी पर गेट खोले गए। गेट 10 अक्टूबर तक खुले रहे।
- 19 अगस्त 2006 में बांध के गेट 59 फीट पर खोले गए। गेट 2 अक्टूबर तक खुले रहे।
- 27 अगस्त 2016 में बांध के गेट 59.20 फीट पर खोले गए जो 22 अक्टूबर तक खुले रहे।
- 27 जुलाई 2017 में बांध में 59.75 फीट पानी पर गेट खोले गए। 11 अक्टूबर तक गेट खुले रहे।
जवाई बांध राजस्थान के सबसे बड़े बांधों में से एक है। यह डैम अपने आस-पास के शहरों के लिए वन रक्षक के रूप में काम करता है। यह एक असाधारण सुरम्य बांध है जो यहां आने वाले पर्यटकों को अदभुद दृश्य प्रस्तुत करता है।
इस बांध का निर्माण जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह द्वार करवाया गया। जवाई बांध को बनाने का कार्य 12 मई 1946 को शुरू हुआ था और यह 1957 में बनकर तैयार हो गया था।