दीपावली 2025: पूजा मुहूर्त और पर्व: दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज: शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
लखनऊ: इस बार दीपावली (Diwali) का त्योहार आज मनाया जा रहा है, जिसमें घर और कार्यालय के लिए पूजा के शुभ मुहूर्त (auspicious times) तय हैं। गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) 22 अक्तूबर को और भाई दूज (Bhai Dooj) 23 अक्तूबर को मनाई जाएगी।
Jaipur | इस बार दीपावली (Diwali) का त्योहार आज मनाया जा रहा है, जिसमें घर और कार्यालय के लिए पूजा के शुभ मुहूर्त (auspicious times) तय हैं। गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) 22 अक्तूबर को और भाई दूज (Bhai Dooj) 23 अक्तूबर को मनाई जाएगी।
दीपावली पूजन का महत्व और शुभ मुहूर्त
दीपावली का त्योहार आज पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
शुभ मुहूर्त में घरों, मंदिरों और प्रतिष्ठानों में भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाएगी।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अमावस्या तिथि का प्रारंभ 20 अक्तूबर को दोपहर 03:44 बजे से होगा।
यह तिथि 21 अक्तूबर को शाम 05:54 बजे समाप्त होगी।
दीपावली के दिन प्रातः काल स्नान करके भगवान विष्णु के निमित्त दीपक प्रज्ज्वलित करना चाहिए।
दोपहर में पितरों के निमित्त यथाशक्ति दान और तर्पण करने का विधान है।
दीपावली की शाम शुभ लग्न में गणेश, लक्ष्मी और कुबेर भगवान का पूजन अत्यंत फलदायी माना गया है।
महानिशिथ काल में महाकाली की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए।
अलग-अलग पूजन के लिए शुभ मुहूर्त
कार्यालय और व्यावसायिक स्थलों में पूजा के लिए कुंभ लग्न दोपहर 02:23 बजे से 03:52 बजे तक रहेगा।
घर में दीपावली पूजा के लिए प्रदोषकाल शाम 05ः46 बजे से 08:18 बजे तक सबसे शुभ है।
वृषभ लग्न शाम 07:08 बजे से 09:03 बजे तक रहेगा।
महानिशिथ काल में काली पूजा के लिए रात 11ः26 बजे से 12ः16 बजे तक का समय निर्धारित है।
साधना और सिद्धि हेतु सिंह लग्न देर रात 01:26 बजे से 03:41 बजे तक रहेगा।
22 अक्तूबर को गोवर्धन पूजा: अन्नकूट का भोग करें अर्पित
ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल के अनुसार, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को गोवर्धन की पूजा की जाती है।
इस वर्ष गोवर्धन पर्व 22 अक्तूबर को मनाया जाएगा।
इस दिन भगवान श्री कृष्ण, गाय और बैलों का पूजन किया जाता है।
भगवान श्री कृष्ण के निमित्त दीपक जलाकर अन्नकूट का भोग अर्पित करने की परंपरा है।
शाम को राजा बली और भगवान विष्णु का पूजन भी किया जाता है।
गोवर्धन पूजा के लिए प्रातः काल 06:10 बजे से 08:26 बजे तक का मुहूर्त श्रेष्ठ है।
दोपहर में 03:15 बजे से शाम 05:31 बजे तक का समय भी पूजन के लिए शुभ है।
23 अक्तूबर को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजन
भाई दूज का पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है।
इस साल भाई दूज का त्योहार 23 अक्तूबर को मनाया जाएगा।
द्वितीया तिथि का प्रारंभ 22 अक्तूबर को रात 08:16 बजे से होगा।
यह तिथि 23 अक्तूबर को रात 10:46 बजे समाप्त होगी।
रक्षाबंधन की तरह यह त्योहार भी भाई-बहन के रिश्ते के लिए बेहद खास होता है।
इस दिन यमुना नदी में डुबकी लगाने की भी परंपरा है।
कायस्थ समाज के लोग यम द्वितीया के दिन अपने कुल प्रमुख चित्रगुप्त जी का पूजन करते हैं।
भाई दूज पर टीका का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:13 बजे से 03:28 बजे तक है।
यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और एक-दूसरे के प्रति शुभकामनाओं का प्रतीक है।