Rajasthan: जयपुरिया-आरयूएचएस में 24 घंटे CT-MRI नहीं: कंपनी ने घाटा बताया
जयपुरिया अस्पताल (Jaipuria Hospital) और आरयूएचएस (RUHS) में मरीजों को अब 24 घंटे CT/MRI जांच की सुविधा नहीं मिलेगी। EHCC हॉस्पिटल (EHCC Hospital) ने ₹1 करोड़ से अधिक के घाटे का हवाला देते हुए प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ (Gayatri Rathore) के निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया।
जयपुर: जयपुरिया अस्पताल (Jaipuria Hospital) और आरयूएचएस (RUHS) में मरीजों को अब 24 घंटे CT/MRI जांच की सुविधा नहीं मिलेगी। EHCC हॉस्पिटल (EHCC Hospital) ने ₹1 करोड़ से अधिक के घाटे का हवाला देते हुए प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ (Gayatri Rathore) के निर्देशों को मानने से इनकार कर दिया।
पिछले दिनों चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने जयपुरिया अस्पताल का दौरा किया था। उन्होंने मरीजों की परेशानियों को देखते हुए CT/MRI जांच सुविधा को 24 घंटे और सप्ताह के सातों दिन शुरू करने के निर्देश दिए थे।
हालांकि, जांच करने वाली एजेंसी EHCC हॉस्पिटल ने इन निर्देशों को मानने से साफ इनकार कर दिया है। कंपनी ने बताया कि उन्हें इस सुविधा को 24 घंटे चलाने में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा होगा, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति और खराब होगी।
सरकार के दावों और जमीनी हकीकत में अंतर
एक तरफ भजनलाल सरकार अपने दो साल के कार्यकाल का जश्न मना रही है। करोड़ों रुपए खर्च कर सरकार की योजनाओं और कामों का बखान किया जा रहा है।
लेकिन दूसरी ओर, जनता को जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह घटना सरकार के दावों और जमीनी हकीकत के बीच के अंतर को उजागर करती है।
स्वास्थ्य सेवाओं में इस तरह की कमी सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करती है, खासकर गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को।
मरीजों की शिकायत पर दिए गए थे निर्देश
प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने जयपुरिया अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कई मरीजों से बात की थी। बातचीत में पता चला कि CT/MRI जांच के लिए मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई मरीज आरयूएचएस से ओपीडी में दिखाने के बाद MRI जांच के लिए जयपुरिया अस्पताल पहुंचते हैं। वहां उन्हें जिम्मेदार डॉक्टर नहीं मिलते जो MRI का काउंटर साइन करते हैं, जिससे उनकी जांच में देरी होती है।
अगर डॉक्टर मिल भी जाते हैं, तो प्रक्रिया पूरी करते-करते शाम के 5-6 बज जाते हैं। इसके बाद CT/MRI सेंटर पहुंचने पर उन्हें वापस लौटा दिया जाता है क्योंकि सेवा का समय समाप्त हो चुका होता है।
इस गंभीर समस्या को देखते हुए प्रमुख शासन सचिव ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. महेश मंगल को निर्देश दिए थे। उन्होंने SMS अस्पताल की तर्ज पर इस सुविधा को 24 घंटे और सातों दिन शुरू करने को कहा था, ताकि मरीजों को किसी भी समय जांच की सुविधा मिल सके।
आरयूएचएस के मरीज भी जयपुरिया पर निर्भर
जयपुरिया अस्पताल के मरीजों के अलावा, आरयूएचएस अस्पताल से भी बड़ी संख्या में मरीज MRI करवाने के लिए यहां आते हैं। आरयूएचएस में जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, ईएनटी, ऑर्थोपेडिक्स, गायनी और कार्डियोलॉजी जैसे महत्वपूर्ण विभाग संचालित हैं।
हालांकि, आरयूएचएस में केवल CT स्कैन मशीन ही उपलब्ध है। MRI की सुविधा न होने के कारण मरीजों को जयपुरिया अस्पताल आना पड़ता है, जिससे उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है और समय की बर्बादी होती है।
कंपनी ने 24 घंटे सेवा देने से क्यों किया इनकार?
वर्तमान में जयपुरिया अस्पताल में CT/MRI की सुविधा आउटसोर्स पर EHCC हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा संचालित की जा रही है। यह सुविधा सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक ही उपलब्ध है, जो मरीजों की जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं है।
EHCC मैनेजमेंट ने इसे 24 घंटे संचालित करने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया है। मैनेजमेंट का कहना है कि मशीनों की क्षमता हर रोज औसतन 60 CT और 20 MRI करने की है।
लेकिन पिछले 2 साल से यहां हर रोज औसतन केवल 13 CT और 10 MRI ही हो रही हैं। इस कम उपयोग के कारण कंपनी को साल 2017 से अब तक करीब 11 करोड़ रुपए का भारी आर्थिक नुकसान हो चुका है।
कंपनी का तर्क है कि ऐसे में 24 घंटे सेवा शुरू करने से उनका घाटा और बढ़ जाएगा, जिससे उनका संचालन और भी मुश्किल हो जाएगा। यह स्थिति मरीजों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें तत्काल या आपातकालीन जांच की आवश्यकता होती है।
इस मामले में सरकार और EHCC प्रबंधन के बीच जल्द ही कोई समाधान निकालना आवश्यक है, ताकि मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से मिल सकें।