मुंडन कर निकाला जुलूस: सांड को कुचलकर मारने वाले युवक गिरफ्तार, महिलाओं के कपड़े पहनकर छिपे थे

सीकर में सांड को बोलेरो से कुचलकर मारने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वे महिलाओं के कपड़े पहनकर खेत में छिपे थे। पुलिस ने मुंडन कर उनका जुलूस निकाला, जिस पर जनता ने फांसी की मांग की।

सीकर, राजस्थान। सीकर जिले में एक सांड को बोलेरो गाड़ी से जानबूझकर कुचलकर मारने वाले दो युवकों को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना मंगलवार, 1 अक्टूबर की शाम नेछवा थाना इलाके में हुई थी, जिसके बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस से बचने के लिए इन युवकों ने एक अनोखा तरीका अपनाया था – वे महिलाओं के कपड़े पहनकर खेत में छिपे हुए थे।

महिलाओं के कपड़े में छिपे थे आरोपी

लक्ष्मणगढ़ डीएसपी दिलीप कुमार और नेछवा एसएचओ कृतिका सोनी ने बताया कि पुलिस ने सुजानगढ़ इलाके के एक खेत में दबिश देकर दोनों आरोपियों, शिवराज (26) निवासी नेछवा और प्रेमचंद (40) निवासी सुजानगढ़ को गिरफ्तार किया। घटना के बाद, ये दोनों आरोपी नेछवा से सुजानगढ़ भाग गए थे और वहां एक खेत में महिलाओं के कपड़े पहनकर छिप गए थे। उन्हें लगा था कि महिलाओं के कपड़े पहनने से वे पुलिस की नजरों से बच जाएंगे। हालांकि, पुलिस ने तकनीकी स्रोतों और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर दोनों को धर दबोचा।

मुंडन कर बाजार में निकाला जुलूस, जनता ने की फांसी की मांग

गिरफ्तारी के बाद, पुलिस दोनों आरोपियों को महिलाओं के कपड़ों में ही नेछवा शहर के बाजार में लेकर आई। यहां उनका आधा सिर मुंडवाया गया और फिर उनका जुलूस निकाला गया। इस दौरान आरोपियों को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। घटना से गुस्साए लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। भीड़ के सामने दोनों आरोपी हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए नजर आए। यह दृश्य क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।

सीसीटीवी फुटेज से हुआ था खुलासा

सांड की मौत की यह दर्दनाक घटना 1 अक्टूबर की शाम को सामने आई थी। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें दोनों आरोपी जानबूझकर अपनी गाड़ी से सांड को टक्कर मारते हुए साफ दिखाई दे रहे थे। इस फुटेज के आधार पर ही पुलिस ने आरोपियों की पहचान की थी और उनकी तलाश में जुट गई थी। आरोपियों ने जिस बोलेरो गाड़ी से सांड को कुचला था, उसे पुलिस ने पहले ही जब्त कर लिया था।

इस घटना ने पशु क्रूरता के खिलाफ एक बार फिर समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे जघन्य अपराध करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी बेजुबान जानवरों के साथ ऐसी क्रूरता करने की हिम्मत न कर सके। पुलिस द्वारा आरोपियों को महिलाओं के कपड़ों में बाजार में लाकर जुलूस निकालने और मुंडन करने की कार्रवाई को लेकर भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, कुछ लोग इसे सही ठहरा रहे हैं तो कुछ इसे कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन मान रहे हैं। हालांकि, आम जनता में आरोपियों के प्रति भारी गुस्सा है और वे जल्द से जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।