India USA Relations: ट्रंप के यू-टर्न से भारत को 26 हजार करोड़ का बंपर फायदा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 250 से अधिक खाद्य उत्पादों पर आयात शुल्क घटाया है, जिससे भारत को लगभग 26,000 करोड़ रुपये का सीधा फायदा होगा। यह फैसला अमेरिका में बढ़ती महंगाई (Inflation) और राजनीतिक दबाव (Political Pressure) के कारण लिया गया है, जो भारतीय किसानों और निर्यातकों के लिए बड़ी राहत है।
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 250 से अधिक खाद्य उत्पादों पर आयात शुल्क घटाया है, जिससे भारत को लगभग 26,000 करोड़ रुपये का सीधा फायदा होगा। यह फैसला अमेरिका में बढ़ती महंगाई (Inflation) और राजनीतिक दबाव (Political Pressure) के कारण लिया गया है, जो भारतीय किसानों और निर्यातकों के लिए बड़ी राहत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा व्यापारिक यू-टर्न लेते हुए 250 से अधिक खाद्य उत्पादों पर आयात शुल्क घटाने का फैसला किया है। इनमें 229 कृषि वस्तुएं शामिल हैं। इस कदम से भारत को 2.5 से 3 अरब डॉलर, यानी लगभग 22,000 से 26,000 करोड़ रुपये का सीधा फायदा होने का अनुमान है। यह फैसला भारतीय किसानों और कृषि निर्यातकों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है।
अमेरिका के यू-टर्न के पीछे के कारण
ट्रंप प्रशासन का यह अचानक लिया गया निर्णय अमेरिका में बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से आया है। हाल के ऑफ-ईयर चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी को मिली हार के बाद ट्रंप प्रशासन पर आर्थिक चिंताओं को दूर करने का दबाव बढ़ गया था। व्हाइट हाउस ने स्वीकार किया है कि कुछ टैरिफों ने बढ़ती कीमतों में योगदान दिया है, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।
भारत को मिलेगा बड़ा लाभ
अमेरिका द्वारा जिन 250 खाद्य वस्तुओं पर आयात शुल्क घटाया गया है, उनमें भारत के लिए महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद शामिल हैं। इससे भारतीय मसालों, चाय, कॉफी, काजू और कई फलों-सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। विशेष रूप से काली मिर्च, इलायची, जीरा, हल्दी, अदरक और प्रीमियम फलों के उत्पादों जैसी उच्च-मूल्य वाली श्रेणियों में निर्यात बढ़ने की पूरी संभावना है। भारतीय निर्यात संगठन (FIEO) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि इस छूट से लगभग तीन अरब डॉलर तक के निर्यात को लाभ मिल सकता है।
पहले, ट्रंप प्रशासन ने भारतीय उत्पादों पर 50% तक टैरिफ बढ़ा दिए थे, जिससे भारतीय मसालों और अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात बुरी तरह प्रभावित हुआ था। अब टैरिफ घटने से भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में फिर से प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।
किन क्षेत्रों को होगा सबसे अधिक फायदा?
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत को सबसे बड़ा फायदा इन क्षेत्रों में होगा:
- मसाले और हर्ब्स
- उच्च-मूल्य वाले बागवानी उत्पाद
- चाय, कॉफी और काजू
- फलों के प्रीमियम उत्पाद (जैसे आम और अनार)
कुछ उत्पादों को नहीं मिली बड़ी राहत
हालांकि, हर उत्पाद को समान लाभ मिलने वाला नहीं है। झींगा, अन्य समुद्री उत्पाद, बासमती चावल, भारतीय रत्न व आभूषण और कपड़ा उत्पाद अभी भी 50% तक के भारी शुल्क का सामना कर रहे हैं और उन्हें इस कटौती से बड़ी राहत नहीं मिली है। अमेरिका का तर्क है कि एक बड़ा व्यापार समझौता तभी आगे बढ़ेगा जब भारत रूसी तेल की खरीद में कटौती कर अमेरिकी ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ाए।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है। ट्रंप ने पहले भी भारत के साथ एक “निष्पक्ष सौदा” होने के संकेत दिए थे। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।