रविंद्र सिंह भाटी: रविंद्र सिंह भाटी हार के बाद भी क्यों है चर्चाओं में

विधायक रविंद्र सिंह ने प्रदेश में निर्दलीय के तौर सबसे अधिक वोट प्राप्त किए।

रविंद्र सिंह भाटी

 जयपुर | राजस्थान की बहुचर्चित बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी की हार चर्चा का विषय बनी हुई है। विधायक रविंद्र सिंह ने प्रदेश में निर्दलीय के तौर सबसे अधिक वोट प्राप्त किए। 

जबकि इस सीट पर उनका भाजपा (BJP) प्रत्याशी से केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था। उन्होंने वोटों के मामले में मोदी सरकार में कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को पीछे छोड़ दिया |

रविंद्र सिंह भाटी 5 लाख 86 हजार 500 वोट लाकर दूसरे और बीजेपी (BJP) के प्रत्याशी कैलाश चौधरी 2 लाख 86 हजार 733 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहे |

हालांकि इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल जीत हुई है। राजस्थान में 2024 के लोकसभा चुनावों में देश की सबसे चर्चित और हॉट सीटों (hot seats) में से एक बाड़मेर जैसलमेर में कांग्रेस ने 10 साल बाद फिर से वापसी की है |

रविन्द्र सिंह की हार भी चर्चा में

बाड़मेर निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह की हार भी चर्चा में रही। उनको कुल 586500 वोट मिले। रविन्द्र को जैसलमेर में 100963, शिव मे 106037, बाड़मेर में 80232, बायतु में 44604, पचपदरा में 66580, सिवाना में 62029, गुड़ामालानी में 63800, चौहटन में 57620 वोट मिले। डाक मतपत्र (postal ballot) से 4635 वोट मिले।

हार के बाद बोले भाटी मुझमें ही कमी रही, मेरी टीम ने बहुत मेहनत की

भाटी ने कहा, 'मेरी टीम ने पुरजोर कोशिश की और बहुत मेहनत की | कहीं ना कहीं अगर कमी रही है तो मुझमें ही रही है, जो भी नतीजे आए हैं  मैं उनको सहर्ष स्वीकार करता हूं और अपनी कमियों को सुधारकर फिर मैदान में आऊंगा |

बाड़मेर-जैसलमेर और बालोतरा की जनता ने जो मुझ पर इतना विश्वास जताया है | रविन्द्र ने हार के बाद कहा कि जनता का फैसला मान्य है। मैं उन सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं | मैं बाड़मेर-जैसलमेर और बालोतरा की जनता के लिए हमेशा के लिए  तैयार खड़ा हूं |