Highlights
- सीएम आज बाड़मेर, जालोर और सिरोही में हवाई सर्वेक्षण करके आपदा के हालातों का ज़ायज़ा ले रहे हैं।
- इसी के साथ सीएम गहलोत इन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका दर्द भी साझा कर रहे हैं।
- सीएम गहलोत ने प्रभावितों से मुलाकात कर उनके लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया हैं।
जयपुर | अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब राजस्थान से निकल चुका का है लेकिन इसने अपने पीछे तबाही का मंजर भी छोड़ दिया है।
इसी मंजर को देखने के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उड़ान भरी है।
चक्रवाती तूफान के चलते हुई भारी से भी अति भारी बारिश ने कई जिलों को बाढ़ के हालातों में पहुंचा दिया है।
जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। जान-माल का भी नुकसान हुआ है।
जिसके चलते सीएम गहलोत खुद इन इलाकों की सुध लेने के लिए निकलन पड़े हैं।
गौरतलब है कि गहलोत ने सोमवार को भी चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से हुए नुकसान को लेकर समीक्षा बैठक ली थी।
मंगलवार और बुधवार के सभी कार्य निरस्त
मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार यानि आज और बुधवार के अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। सीएम को अपने पूर्व में निर्धारित कार्यों के लिए बूंदी, कोटा, झालावाड़ और दौसा पहुंचना था, लेकिन उन्होंने सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है।
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से प्रदेश में हुई क्षति का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वेक्षण पर हूँ।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 20, 2023
राहत व बचाव कार्य में SDRF की 17 व NDRF की 8 टीमें लगी हुई हैं। क्षति का सर्वेक्षण पूर्ण होने के बाद प्रभावितों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। pic.twitter.com/z0QF7MAMiQ
आज पहुंचे बाड़मेर, जालोर और सिरोही
सीएम आज बाड़मेर, जालोर और सिरोही में हवाई सर्वेक्षण करके आपदा के हालातों का ज़ायज़ा ले रहे हैं।
इसी के साथ सीएम गहलोत इन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका दर्द भी साझा कर रहे हैं।
सीएम गहलोत ने प्रभावितों से मुलाकात कर उनके लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया हैं।
बुधवार को जाएंगे पाली और जोधपुर
सीएम गहलोत बुधवार को पाली और जोधपुर जिले के प्रभावित इलाकों का भी हवाई सर्वेक्षण करते हुए लोगों से मुलाकात करेंगे।
अधिकारियों को निर्देश
सीएम गहलोत ने चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए क्षेत्रों में स्थितियों एवं राहत कार्यों पर निगरानी रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।