Highlights
गोविंदा का करियर 1990 के दशक में एकदम ऊंचाइयों पर पहुंचा। उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया और अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी फिल्मों में हास्य, रोमांस, और एक्शन का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता था। "कुली नंबर 1," "हीरो नंबर 1," "बड़े मियां छोटे मियां," "दुल्हन हम ले जाएंगे," और "जमाई राजा" जैसी फिल्में उनके करियर के प्रमुख मील के पत्थर रही हैं
Bollywood | गोविंदा भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं, जिन्हें उनके अभिनय के कारण न केवल सिनेमा प्रेमियों में, बल्कि आम लोगों में भी अपार लोकप्रियता प्राप्त है। उनका जन्म 26 दिसम्बर 1963 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। भारतीय सिनेमा में उनका योगदान अनमोल है और उन्होंने अपनी अदाकारी से सिनेमा जगत में विशेष स्थान हासिल किया।
गोविंदा पंजाबी परिवार से आते हैं। उनके पिता, अरुण कुमार आर्चना, एक फिल्म निर्माता और अभिनेता थे। बचपन से ही गोविंदा का रुझान फिल्म इंडस्ट्री की ओर था, लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक डांसर के रूप में की थी। इसके बाद, उन्होंने 1986 में फिल्म "इलज़ाम" से बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म में उनका अभिनय सराहा गया, और यह उनकी सफलता की शुरुआत बनी।
गोविंदा का करियर 1990 के दशक में एकदम ऊंचाइयों पर पहुंचा। उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया और अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी फिल्मों में हास्य, रोमांस, और एक्शन का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता था। "कुली नंबर 1," "हीरो नंबर 1," "बड़े मियां छोटे मियां," "दुल्हन हम ले जाएंगे," और "जमाई राजा" जैसी फिल्में उनके करियर के प्रमुख मील के पत्थर रही हैं।
गोविंदा की विशेषता उनकी शानदार कॉमिक टाइमिंग और दिलचस्प डांस मूव्स में थी। उन्होंने दर्शकों को हंसी के साथ-साथ रोमांचक और मजेदार परफॉर्मेंस भी दिए। उनकी फिल्में न केवल बॉक्स ऑफिस पर हिट हुईं, बल्कि वे दर्शकों के दिलों में भी बसे रहे।
गोविंदा को खासतौर पर उनकी हास्य भूमिकाओं के लिए पहचाना जाता है। उनकी फिल्मों में हास्य का स्तर इतना शानदार था कि वह पर्दे पर एक भीषण ड्रामा होते हुए भी दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देते थे। उनका एक-एक संवाद और हंसी की शैली आज भी सिने प्रेमियों के बीच चर्चित है।
गोविंदा न केवल सिनेमा के क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, बल्कि राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई। 2004 में वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े और मुंबई से सांसद चुने गए। हालांकि, उनका राजनीतिक करियर ज्यादा सफल नहीं रहा, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की पूरी कोशिश की।
गोविंदा ने 1987 में सुनीता आहलुवालिया से शादी की, और उनके दो बच्चे हैं। गोविंदा का परिवार उनके लिए बेहद खास है और वह परिवार को बहुत महत्व देते हैं। वे अपने जीवन में बहुत साधारण और मृदुभाषी व्यक्ति माने जाते हैं।
हालांकि गोविंदा आजकल बड़े पर्दे से थोड़ा दूर हैं, लेकिन उनका योगदान बॉलीवुड में हमेशा अमिट रहेगा। उन्होंने विभिन्न शैलियों में अभिनय किया और प्रत्येक भूमिका को एक नई पहचान दी। उनका फैन बेस आज भी मजबूत है और वे अपने पुराने हिट गानों और किरदारों के कारण आज भी दर्शकों के दिलों में बसे हुए हैं।