Highlights
1️⃣ किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोप: राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर जासूसी और फोन टैपिंग के गंभीर आरोप लगाए, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई।
2️⃣ भाजपा का कारण बताओ नोटिस: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें तीन दिन में जवाब देने को कहा गया।
3️⃣ विपक्ष का हंगामा और भाजपा में आंतरिक कलह: विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में जोर-शोर से उठाया, जबकि भाजपा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। इससे पार्टी के अंदर गुटबाजी और अंदरूनी कलह की अटकलें तेज हो गईं।
जयपुर। राजस्थान की सियासत में फोन टैपिंग का मुद्दा गरमा गया है। राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग और जासूसी के आरोप लगाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हलचल मच गई है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
बीते दिनों जयपुर के आमागढ़ मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि उनकी जासूसी की जा रही है और उनका फोन टैप किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने भ्रष्टाचार के कुछ मामलों को उजागर किया तो सरकार ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी। उन्होंने यह भी दावा किया कि इससे पहले भी उनकी जासूसी करने की कोशिश की गई थी, लेकिन वे बच निकले थे।
किरोड़ी लाल मीणा के इन आरोपों के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया। विपक्ष ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते हुए जमकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री से जवाब मांगा। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे सरकार की अंदरूनी कलह बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा, जबकि भाजपा नेतृत्व ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
भाजपा का अनुशासनहीनता पर एक्शन
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि किरोड़ी लाल मीणा भाजपा के वरिष्ठ सदस्य हैं और पार्टी के टिकट पर सवाई माधोपुर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। साथ ही, वे राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। ऐसे में उनका सार्वजनिक रूप से अपनी ही सरकार पर इस तरह के आरोप लगाना पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है।
नोटिस में कहा गया है कि किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा देने की सूचना मीडिया को दी और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए, जिससे भाजपा की छवि धूमिल हुई है। पार्टी नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता माना है और राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार यह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे तीन दिन के भीतर इस पर जवाब मांगा गया है, अन्यथा पार्टी यह मानेगी कि उनके पास कोई स्पष्टीकरण नहीं है।
क्या भाजपा सरकार में सबकुछ ठीक नहीं?
राजस्थान भाजपा में जारी इस राजनीतिक उठापटक के बाद कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या भाजपा सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा? किरोड़ी लाल मीणा जैसे वरिष्ठ नेता द्वारा खुले मंच से इस तरह के आरोप लगाना पार्टी के अंदर गहरे मतभेद की ओर इशारा करता है।
हालांकि, भाजपा नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार और संगठन पूरी तरह एकजुट हैं और इस तरह के निराधार आरोपों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब देखना यह होगा कि किरोड़ी लाल मीणा इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं और पार्टी इस पूरे विवाद से कैसे निपटती है।