प्रजना फाउंडेशन का प्रोजेक्ट किशोरी: जयपुर के 4 स्कूलों में सैकड़ों किशोरियों को मिले किशोरी किट

जयपुर के 4 स्कूलों में सैकड़ों किशोरियों को मिले किशोरी किट
जयपुर के 4 स्कूलों में सैकड़ों किशोरियों को मिले किशोरी किट
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जयपुर | किशोरियों और महिलाओं के स्वास्थ्य एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ‘प्रोजेक्ट किशोरी’ का जयपुर में सफलतापूर्वक आयोजन जारी है। इस कार्यक्रम के तहत, प्रजना फाउंडेशन और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के संयुक्त प्रयास से जयपुर के सरकारी विद्यालयों में सैकड़ों किशोरियों को स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी आवश्यक किट्स वितरित किए जाने का कार्यक्रम निरंतर जारी है। साथ ही, किशोरी क्लबों का गठन कर मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान को मजबूती प्रदान की जा रही है।

prazna foundation kishori club and kishori kit vitran

चार विद्यालयों में किट वितरण और किशोरी क्लबों का गठन

प्रोजेक्ट किशोरी के तहत गुरुवार 19 सितम्बर को चार विद्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान सैकड़ों किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान उपयोगी स्वच्छता किट्स वितरित की गईं। इन किट्स में मासिक धर्म के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े उत्पाद शामिल थे, जो किशोरियों को इस समय स्वच्छता बनाए रखने में मदद करेंगे।

  • मुरलीपुरा स्थित शहीद हिम्मत सिंह शेखावत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 85 किशोरियों को किट्स वितरित की गईं। प्रधानाचार्या सविता कविया और शिक्षिका संजू देवी की उपस्थिति में यह आयोजन संपन्न हुआ।
  • डहर का बालाजी स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में प्रधानाचार्य संतोष कुमार शर्मा, अध्यापिका कमला चौधरी और प्रेरणा की उपस्थिति में 50 बेटियों को किट्स प्रदान की गईं। इस अवसर पर सभी ने प्रजना फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की।
  • जोशी मार्ग स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में 42 किशोरियों को किट्स वितरित की गईं। प्रिंसिपल मनोज कुमार शर्मा, अध्यापिका वंदना वर्मा, दुर्गेश नंदिनी और संतोष त्रिपाठी की उपस्थिति में यह आयोजन हुआ।
  • हाथोज स्थित राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में प्रधानाचार्य दिनेश कुमार चेजारा, शिक्षिका सुनीता देवी और निर्मला कुमावत की उपस्थिति में 65 किट्स वितरित की गईं।

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इन सभी विद्यालयों में ‘किशोरी क्लबों’ का गठन कर किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया।

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने किया था उद्घाटन

इस अभियान की शुरुआत 17 अगस्त को जयपुर में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा की गई थी। दीया कुमारी ने इस पहल के माध्यम से किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व को समझाने और इसके प्रति समाज में व्याप्त भ्रांतियों को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

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स्वास्थ्य और स्वच्छता पर गहन चर्चा

प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने विभिन्न विद्यालयों में बालिकाओं से संवाद किया और उन्हें मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किशोरियों को बताया कि स्वच्छता की अनदेखी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, और समाज में मासिक धर्म से जुड़े मिथकों को चुनौती देना आवश्यक है। इस दौरान छात्राओं ने भी अपनी जिज्ञासाओं को व्यक्त किया और इस विषय पर खुलकर बातचीत की।

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किशोरी किट्स का महत्व

स्वच्छता किट्स में मासिक धर्म के दौरान उपयोगी उत्पाद शामिल थे, जिनसे किशोरियों को इस समय बेहतर स्वच्छता बनाए रखने में मदद मिलेगी। ये किट्स न केवल किशोरियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगी, बल्कि उन्हें समाज में इस विषय पर खुलकर बात करने का आत्मविश्वास भी देंगी।

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प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य

प्रोजेक्ट किशोरी ने जयपुर के विद्यालयों में सैकड़ों किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और इस विषय पर खुलकर चर्चा करने का अवसर दिया है। यह पहल किशोरियों के स्वास्थ्य और समाज में स्वच्छता के महत्व को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक क्षेत्रों में विस्तार देने की योजना है, जिससे और भी अधिक किशोरियों और महिलाओं को इसका लाभ मिल सकेगा।

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प्रजना फाउंडेशन की संचालक प्रीति शर्मा ने बताया कि मासिक धर्म स्वच्छता की कमी के कारण किशोरियों को कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है और इस पर चर्चा करने से वे संकोच करती हैं। प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य इन सामाजिक बाधाओं को दूर करना और किशोरियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। इस पहल के माध्यम से बालिकाओं को न केवल आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और जागरूक भी बनाया जा रहा है। 

इस प्रकार ‘प्रोजेक्ट किशोरी’ बालिकाओं के जीवन में स्वच्छता की अहमियत और आत्मनिर्भरता के संदेश को मजबूती से पहुंचा रहा है।

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