Highlights
पश्चिमी विक्षोभ ने राजस्थान के मौसम को पूरी तरह से बदल रखा है। जिसके चलते यहां कार्तिक माह में भी सावन का अहसास हो रहा है। सर्दी में पड़ रही सावन की फुंहारों ने पूरी फिजां में ठिठुरन घोल दी है। जिसके चलते लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है।
जयपुर | पश्चिमी विक्षोभ ने राजस्थान के मौसम को पूरी तरह से बदल रखा है। जिसके चलते यहां कार्तिक माह में भी सावन का अहसास हो रहा है।
सर्दी में पड़ रही सावन की फुंहारों ने पूरी फिजां में ठिठुरन घोल दी है। जिसके चलते लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है।
प्रदेश में बादल छाए हुए है और सोमवार को शुरू हुई बारिश मंगलवार को भी जारी है।
दो दिन पहले एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने बारिश का नया रिकॉर्ड बना दिया। जोधपुर में पिछले 12 साल में इतनी बारिश नवंबर के महीने में नहीं हुई, जितनी रविवार और सोमवार को हुई। कोटा में भी ये दूसरा मौका है जब 12 साल में नवंबर की सर्वाधिक बारिश हुई हो।
राजधानी जयपुर में भी मौसम बड़ा बैमान सा हो रहा है। मंगलवार सुबह से ही हल्की बारिश ने ठंड को और बढ़ा दिया। बादलों की ओठ में छिपे सूर्य देव दोपहर बाद कुछ बाहर निकले।
लेकिन जैसे ही बादल छटे तो ठंडी हवाओं ने लोगों को कंपाना शुरू कर दिया। बता दें कि कई शहरों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं, जिससे पारा गिरने लगा है।
बारिश होने के कारण ठिठुरन बढ़ कई है और कोहरे का प्रकोप भी शुय हो गया है। ऐसे में वाहन चालकों को हैडलाइट जलाकर सफर करना पड़ रहा है।
अब क्या कहता है मौसम विभाग ?
प्रदेश के मौसम को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 3 से 4 दिनों तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और बारिश भी हो सकती है।
खासतौर से जयपुर, कोटा और भरतपुर के इलाकों में बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना है। इससे यहां का तापमान गिरने लगेगा और सर्दी बढ़ जाएगी।
आगामी दो-तीन दिन राज्य में कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने और अधिकतम तापमान औसत से 4-8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचाव करने की भी जरूरत है।