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राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने अपनी नई टीम का ऐलान किया है। जिसमें सचिन पायलट को खुश रखने के लिए उनके खेमे के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा और कांग्रेस में लगातार बड़े फेरबदल देखने को मिल रहे हैं।
कांग्रेस में गहलोत-पायटल की जंग पर विराम लगने के बाद अब पायलट खेमे को तवज्जों दिया गया है।
राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने अपनी नई टीम का ऐलान किया है। जिसमें सचिन पायलट को खुश रखने के लिए उनके खेमे के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राजस्थान में चुनावी साल होने के चलते कांग्रेस आलाकमान किसी भी तरह से पायलट और उनके गुट को राजी करने में लगे हुए है।
ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए 48 महासचिव, 21 उपाध्यक्ष, 121 सचिव नियुक्त किए हैं।
इसी के साथ लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने 25 जिलाध्यक्षों की भी नियुक्ति की है। इसमे पायलट गुट का खास ध्यान रखा गया है।
हालांकि इससे पहले 13 जिलाध्यक्ष बनाए गए थे। बताया जा रहा है कि संगठन और सरकार में ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं और नेताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कांग्रेस लगातार कोशिश में लगी हुई है।
पायलट गुट के करीब 20 नेताओं बड़ी जिम्मेदारी
कांग्रेस ने सचिन पायलट खेमे से करीब 20 नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी है।
इन नेताओं में गजराज खटाना, समरजीत मान और दर्शन गुर्जर को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
महेंद्र सिंह गुर्जर, प्रशांत शर्मा, इंद्राज गुर्जर, राकेश पारीक, मुकेश भाकर, राजेश चौधरी, सोना देवी बावरी, पंडित सुरेश मिश्रा और संजय जाटव को महासचिव नियुक्त किया गया है।
जबकि, टोंक से हरि प्रसाद बैरवा को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
कविता गुर्जर, विभा माथुर, अनिल चोपड़ा, हिमांशु कटारा, आजाद सिंह राठौड़, विक्रम वाल्मीकि और सुरेंद्र लांबा को सचिव नियुक्त गया है।
इसी के साथ हाल में 85 सचिवों की रोकी गई नियुक्ति को भी बहाल करते हुए अब 121 नेताओं को सचिव बनाया गया है।
बता दें कि 2020 में सचिन पायलट खेमे की बगावत के चलते कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी जिसके बाद से प्रदेश कार्यकारिणी में महज 39 पदाधिकारी रह गए थे।
जिलाध्यक्षों के नामों पर लगी मुहर
आखिरकार कांग्रेस ने सोमवार को 25 जिलाध्यक्षों के नाम की लिस्ट भी जारी कर दी है।
चुनावी समीकरण और जातिगत समीकरण बैठाते हुए नेताओं को जिलाध्यक्षों की कमान सौंपी है। हालांकि, वहीं इन 25 में से एक भी महिला नेता को जिलाध्यक्ष नहीं बनाया गया है।
इन्हें बनाया जिलाध्यक्ष
कांग्रेस की ओर से जारी सूची के अनुसार....
बांसवाड़ा में रमेश पांडिया,
भरतपुर में दिनेश सुपा,
भीलवाड़ा में अक्षय त्रिपाठी,
बीकानेर ग्रामीण में विशनाराम सियाग,
बूंदी में सीएल प्रेमी,
चित्तौड़गढ़ में भैरू लाल चौधरी,
चूरू में इंद्राज खीचड़,
धौलपुर में साकेत बिहारी शर्मा,
डूंगरपुर में वल्लभराम पाटीदार,
श्रीगंगानगर में अंकुर मगलानी,
हनुमानगढ़ में सुरेंद्र दादरी,
जयपुर शहर में आरआर तिवारी,
जयपुर ग्रामीण में गोपाल मीणा विधायक,
जालौर में भंवरलाल मेघवाल,
झुंझुनू में दिनेश सुंडा,
करौली में शिवराज मीणा,
कोटा शहर में रविंद्र त्यागी,
कोटा ग्रामीण में भानु प्रताप सिंह,
प्रतापगढ़ में भानु प्रताप सिंह,
पाली में अजीज दर्द,
सिरोही में आनंद कुमार जोशी,
सवाई माधोपुर में गिरिराज सिंह गुर्जर,
टोंक में हरीप्रसाद बैरवा,
उदयपुर शहर में फतेह सिंह राठौड,
उदयपुर ग्रामीण में कचरू लाल चौधरी।