परबतसर में पायलट की जनसभा: बोले हेमाराम, 'युवाओं को मौका दें बुजुर्ग राजनेता,जनता धक्का देकर बाहर निकाल देगी' क्या कांग्रेस में 85 साल बाद एक ​इतिहास दोहराया जा रहा है

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Highlights

हेमाराम चौधरी ने कहा युवाओं को मौका नहीं दिया तो बुजुर्ग धक्का देकर बाहर निकाले जाएंगे

सचिन पायलट की जनसभा में उमड़ी भीड़ ने गहलोत सरकार के कान खड़े कर दिए हैं

परबतसर से सचिन पायलट के किसान सम्मेलनों का प्रभावी आगाज

परबतसर में उमड़ी भीड़, महिलाओं की संख्या रही खासी

परबतसर | जनवरी का महीना था। साल था 1938 का। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस कांग्रेस में युवा नेतृत्व के पहले पैरोकार थे। उन्होंने महात्मा गांधी के चेले और समर्थित उम्मीदवार सीतारमैय्या को हराकर कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव 18 जनवरी 1938 को जीत लिया। एक नहीं लगातार दो बार वे अध्यक्ष बने! राजस्थान में भी आज करीब 85 साल बाद युवा नेतृत्व की डिमांड है। पुरानी कहानी दोहराई जा रही है।

महीना जनवरी का है, साल 2023 है और तारीख हुई है 16 जनवरी। सचिन पायलट ने मारवाड़ के गांधी कहे जाने वाले अशोक गहलोत के खिलाफ परबतसर के सुभाष चन्द्र बोस मैदान से ही उड़ान भर ली है।

नेताजी मैदान में विधायक रामनिवास गावड़िया के प्रयास रंग लाए और बड़ी भीड़ के बीच पायलट ने किसान और युवा सम्मेलन करके अपनी राजनीतिक ताकत दिखाई है।

किसान वर्ग से आने वाले विधायक गावड़िया, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, गहलोत के मंत्री हेमाराम चौधरी, अल्पसंख्यक वर्ग से पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ समेत कई नेताओं की मौजूदगी में पायलट के समर्थकों ने अपने सम्बोधनों में अशोक गहलोत का नाम लिए बिना सरकार पर निशाना साधा।

बुजुर्ग हेमाराम चौधरी ने अपने 75 साल का हवाला देते हुए युवाओं के लिए जगह खाली करने की बात तक कह डाली।

इस मौके पर सम्बोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मैं रामनिवास गावड़िया को राजस्थान यूनिवर्सिटी अध्यक्ष का टिकट नहीं दे पाया लेकिन 2018 में विधानसभा का टिकट राहुल गांधी से दिलवाया।

उन्होंने कहा कि आज देश प्रदेश के सामने गम्भीर सवाल उठ रहे हैं। किसानों से भाजपा ने कई वादे किए लेकिन पूरे नहीं किए। किसानो की आय दुगुनी का वादा प्रधानमंत्री मोदी ने किया था, उसका क्या हुआ। पायलट ने कहा महंगाई कमर तोड़ रही है। तीन काले कानूनों को किसानों ने संघर्ष कर वापस करने पर केंद्र को मजबूर किया।

अगर किसान संगठित हो जाता है तो दुनिया की किसी भी ताकत को झुकाया जाता है। उन्होंने कहा कि खरनाल में तेजाजी से आशीर्वाद लेने जा रहा हूँ। आज से 12 साल पहले बतौर केंद्रीय मंत्री 2010 में तेजाजी के नाम से डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य मुझे मिला। 

पायलट बोले कि आज से 9 साल पहले भारत पर 56 लाख करोड़ का कर्ज था आज वो बढ़कर 1.5 लाख करोड़ हो गया है। जो आर्थिक प्रगति की बात कर रहे है उन्हें जीएसटी, महंगाई, बेरोजगारी पर जवाब देना चाहिए। 

पायलट ने युवाओं से कहा कि नागौर वो जमीन है जहां से सेना में बड़ी संख्या में युवा शामिल है। उन नौजवानों के लिए अग्निवीर योजना बना दी। 4 साल के लिए सेना में भर्ती करना सही नहीं है। किसान का बेटा फौज में जाता है, किसी उद्योगपति का बेटा फौज में नहीं जाता। 

पायलट ने कहा देश में अमीर और अमीर हो रहे हैं। गरीब और गरीब हो रहा है। देश के 10 फीसदी लोगो के पास 66 फीसदी सम्पति है। बड़े बड़े पोर्ट, एयरपोर्ट, स्टेशन उद्योगपति के हाथों में दिए जा रहे हैं।  सचिन ने कहा कि जातिवाद के जहर को जवानी और किसानी मिलकर खत्म कर सकते है। यह हर जंजीर को तोड़ सकती है।

नौजवान और किसान की कोई जाति नहीं होती है। भाजपा की जनाक्रोश रैली को फेल बताते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा वाले कैसे रामभक्त हो सकते है सबसे ज्यादा राम राम सा मैं बोलता हूं। काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती। 

पायलट ने आगे कहा कि किसान के नाम पर सिर्फ राजनीति की जा रही है। जो किसान 2 से 3 बीघे की खेती करती है। उसको अगर 50 हजार का भी ऋण लेने के लिए कमीशन देना पड़ता है, समान गिरवी रखता है। वहीं उधोगपति केवल एक फोन कर दे तो बैंक प्रबंधक घर जाकर चैक दे आता है। इस व्यवस्था को बदलना पड़ेगा।

उन्होंने अपने पिता राजेश पायलट को याद करते हुए कहा कि पिता जी कहा करते थे इस देश की व्यवस्था को बदलना है तो नीति निर्धारकों की जगह पर गरीब किसानों के बेटे नहीं बैठेंगे तबतक आवाम का भला नहीं हो सकता। सबसे बड़ी ताकत आम जनता के पास है। 7 सितंबर 2022 से कन्याकुमारी से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की। हेमाराम जी राजस्थान में 18 दिन लगतार चले। राहुल गांधी देश में नफरत, टकराव खत्म करने के लिए यात्रा कर रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत हो रही है। पेपर लीक में छोटे दलालों की बजाए सरगना को पकड़ना चाहिए। नौजवानों के विश्वास में कमी आना सही संकेत नहीं है। किसानों को एकजुट करने व नौजवानों में यकीन उतपन्न करने के लिए जमीन पर उतरना पड़ेगा।

अपने मेहनत के बारे में बताते हुए पायलट बोले पार्टी को 21 सदस्यों से से सत्ता लाने के लिए पदयात्राएं की, घेराव किया, लाठियां खाई तब जाकर वसुंधरा राजे सरकार को हटाया। एकबार फिर चुनाव सामने आ रहे है आप पुनः वही प्यार देना।

पायलट के अलावा यहां परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया, पूर्व विधायक पुष्कर नसीम अख्तर इंसाफ, दांताराम गढ़ विधायक वीरेन्द्र चौधरी आदि ने सम्बोधित किया।

राजस्थान में युवाओं और किसानों के साथ अन्याय और हक उदूली के दावों के बीच पायलट का यह प्रयास सफल कहा जा सकता है। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने कहा आज से 4 साल पहले 21 सीट से सत्ता सचिन पायलट ने दिलवाई थी।

पायलट की कड़ी तपस्या के चलते जनता ने सत्ता दिलवाई थी। जो भी वादे किसानों से किए थे। वे पूरे नहीं हुए हैं। किसान सम्मेलन की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि 1 साल में चुनाव है और फिर से 21 वाली स्थिति न बन जाए।

भाकर ने कहा मुख्यमंत्री जी को इस मंच से बताना चाहूंगा कि किसान बिल पिछले बजट में लाए लेकिन किसान पानी व बिजली के लिए परेशान है।

वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि हमें सचिन पायलट की वजह से सत्ता मिली, जो स्थिति है आप सबको पता है। पायलट महज विधायक है लेकिन जनता में कितना क्रेज है यह आप सब देख रहे हैं। राजनीति पहले सेवा का माध्यम थी जो अब व्यवसाय बनती जा रही है वो ठीक नहीं है।

हेमाराम ने आगे कहा 50 साल की राजनीतिक जीवन हो गया अब मैं फिर से खुद ही डटा रहूं तो यह ठीक नहीं। युवाओं को मौका देना पड़ेगा। बुजुर्ग नेताओं को मौका देना ठीक है वरना युवा धक्का देकर बाहर करेंगे। फिर क्या शान बाकी रहेगी।

किसानों को राजस्थान में बिजली नहीं मिल रही है, यह सच है। किसानों को एकजुट होने की आवश्यकता है। हेमाराम ने कहा "ताली एक हाथ से नहीं बजती दोनों हाथ से बजती है" कांग्रेस की मजबूती के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा संघर्षशील नेतृत्व वाला नेता आजतक नहीं देखा। 

MLA रामनिवास गावड़िया ने कहा कि सचिन पायलट ने मौका दिया इसलिए मैं एक साधारण परिवार का व्यक्ति होने के बावजूद विधायक बन पाया। सचिन पायलट ने हमेशा किसानों के हित में सोचा है और युवाओं को मौका दिया है। हम हमेशा सचिन पायलट के साथ खड़े रहेंगे।

सचिन पायलट ने परबतसर (नागौर) के ग्राम खोकर श्यामपुरा  में दलित  किसान मुकेश मेघवाल के घर पहुंचकर चाय पी एवं परिवार से मुलाकात की। जयपुर से परबतसर के बीच में सचिन पायलट का जगह—जगह स्वागत करने के लिए भीड़ उमड़ी।

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