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रविन्द्र सिंह भाटी का लांठा रहो, भचीड़, गबीड़, हबीड़ जैसे शब्द फिजाओं में मौजूं है।
इस सीट पर करीब 42 सैकण्ड एक वोटर को वोट देने से पहले सोचने का समय मिलेगा। यानि राजस्थान के औसत से सात सैकण्ड अधिक। त्रिकोणीय संघर्ष में से किसे चुने, शायद इसी लिए। यही वह सीट है जहां बीजेपी—कांग्रेस को लग रहा है कि सेब ही दुनिया की तमाम समस्याओं की जड़ है। काश! प्रथम पुरुष और महिला ने वह सेव नहीं खाया होता तो यह दुनिया, यह चुनाव, यह संघर्ष ही न होता।
Jaipur | लोकसभा चुनाव में बाड़मेर ऐसी सीट है, जहां सोचने के लिए चुनाव आयोग ने सबसे अधिक समय वोटर को दिया है। यहां रविन्द्र सिंह भाटी का लांठा रहो, भचीड़, गबीड़, हबीड़ जैसे शब्द फिजाओं में मौजूं है।
इस सीट पर करीब 42 सैकण्ड एक वोटर को वोट देने से पहले सोचने का समय मिलेगा। यानि राजस्थान के औसत से सात सैकण्ड अधिक। त्रिकोणीय संघर्ष में से किसे चुने, शायद इसी लिए। यही वह सीट है जहां बीजेपी—कांग्रेस को लग रहा है कि सेब ही दुनिया की तमाम समस्याओं की जड़ है। काश! प्रथम पुरुष और महिला ने वह सेव नहीं खाया होता तो यह दुनिया, यह चुनाव, यह संघर्ष ही न होता।
दूसरी जगह अधिक टाइम मिल रहा है उस सीट पर जहां बीजेपी के मुखिया सीपी जोशी चुनाव लड़ रहे हैं चित्तौड़गढ़ में। इन दोनों ही सीटों पर राजपूतों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। यहां 38 सैकण्ड दिए जा रहे हैं। लगभग इतना ही समय चुनाव आयोग वसुन्धरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह का भविष्य तय करने के लिए मतदाताओं को दे रहा है। परन्तु अशोक गहलोत के बेटे के लिए मतदाता को चुनाव आयोग मात्र 33 सैकण्ड का ही टाइम दे रहा है। दूसरे चरण की सीटों की बात कर रहे हैं हम।
शायद चुनाव आयोग यही बताना चाहता है कि हॉट सीट पर आम परिवारों से निकलकर आए प्रत्याशियों को परखने के लिए अधिक समय चाहिए, बीजेपी के मुखिया को चुनने या नहीं चुनने के लिए या फिर वसुन्धरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह वाली सीट पर समय अधिक दिया जाए।
राजस्थान में करीब 11 घंटे तक मतदान चल रहा है। पहले चरण में वोटिंग हो चुकी है। मतदान प्रतिशत बीते दस साल में सर्वाधिक कम रहा है। 51,691 बूथों में से साढ़े पच्चीस हजार पर चुनाव हो चुका है। पांच करोड़ 33 लाख से अधिक मतदाताओं वाले इस राज्य में अब अब दो करोड़ अस्सी लाख वोटर्स को वोट डालने का काम 26 अप्रैल को होगा। यदि हम शत प्रतिशत मतदान के दावे को देखें और बूथ मैनेजमेंट देखें तो आसपास भी नहीं फटकता मामला। प्रदेश में एक बूथ पर औसतन 1152 मतदाता हैं। 660 मिनट वोटिंग चलती है। यदि सभी लोग बूथ पर पहुंच जाएं तो यह वोटिंग का औसत समय एक व्यक्ति का करीब 35 सैकण्ड रहता है।
दूसरे च रण में सर्वाधिक मतदाताओं वाले लोकसभा क्षेत्र हैं। सबसे अधिक पाली में 23 लाख 43232 वोटर हैं, लेकिन यहां बूथ 2201 हैं। परन्तु बाड़मेर में यहां से एक लाख 40 हजार के आसपास यानि कि 22 लाख 6237 वोटर कम होने के बावजूद 2611 बूथ हैं। दूसरे चरण में 152 मतदाताओं का भाग्य तय करेंगे मतदाता और उसमें लगने वाले टाइमिंग को लेकर हम बात कर रहे हैं।
चुनाव आयोग भले ही यह दावा करता हो कि शत प्रतिशत वोटिंग उसका लक्ष्य है। परन्तु देखा जाए तो जेलों में बंद हजारों विचाराधीन कैदियों का क्या, क्या वे नागरिकता का अधिकार छोड़ चुके हैं। तो तमाम पहलुओं के बीच यह है कि टाइमिंग को लेकर देखा जाना चाहिए कि बूथों की संख्या कहां अधिक हो और किस आधार पर हों। यह देखने वाली बात है।
देखें किस लोकसभा सीट पर किसे कितना टाइम
लोकसभा का नाम | Total | टाइमिंग | कुल प्रत्याशी |
गंगानगर | 2102002 | 33.89340258 | 9 |
बीकानेर | 2048399 | 32.88226561 | 9 |
चुरू | 2213187 | 33.63836856 | 13 |
झुंझुनूं | 2068540 | 34.25024413 | 8 |
सीकर | 2214900 | 33.28728159 | 14 |
जयपुर ग्रामीण | 2184978 | 33.08408597 | 15 |
जयपुर | 2287350 | 28.99075349 | 13 |
अलवर | 2059888 | 34.79606658 | 9 |
भरतपुर | 2114916 | 33.94177357 | 6 |
करौली-धौलपुर | 1975352 | 35.66554214 | 4 |
दौसा | 1899304 | 36.92299916 | 5 |
नागौर | 2146725 | 33.15375747 | 9 |
टोंक-सवाई माधोपुर | 2148128 | 33.36672675 | 11 |
अजमेर | 1995699 | 34.83290817 | 14 |
पाली | 2343232 | 33.81483353 | 13 |
जोधपुर | 2132713 | 34.70509159 | 15 |
बाड़मेर | 2206237 | 42.60467031 | 11 |
जालौर | 2297328 | 33.29955496 | 12 |
उदयपुर | 2230971 | 35.98433149 | 8 |
बांसवाड़ा | 2200438 | 34.65128306 | 8 |
चित्तौड़गढ़ | 2170167 | 38.30304304 | 18 |
राजसमंद | 2060942 | 36.5075776 | 10 |
भीलवाड़ा | 2147159 | 36.4667917 | 10 |
कोटा | 2088023 | 35.25823231 | 15 |
झालावाड़-बारां | 2030525 | 38.2600559 | 7 |
Total | 53367103 | 34.86934638 | 266 |