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जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के माध्यम से किशनगढ़ और राजस्थान के अन्य क्षेत्रों में पानी लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने किशनगढ़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर जोर देते हुए कहा कि यह क्षेत्र पत्थरों की मिनिएचर पेंटिंग्स और शिल्पकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है
जयपुर। ग्लोबल स्टोन टेक्नोलॉजी फोरम (GSTF) के दसवें संस्करण का आयोजन गुरूवार को किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के सभागार में हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद, राष्ट्रीय सचिव नरेश पारीक, किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर जैन, जीएसटीएफ संयोजक नटवरलाल अजमेरा और सीडोज के वाइस चेयरमैन राकेश गुप्ता एवं सीईओ मुकुल रस्तोगी द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। इसके उपरांत अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, पौधा, शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने घोषणा की राजस्थान में औद्योगिक क्षेत्रों में जमीन की नीलामी प्रक्रिया समाप्त कर दी जाएगी। अब उद्यमियों को व्यापार के लिए जमीन रीको द्वारा सीधे आवंटित की जाएगी। उन्होंने निवेश प्रोत्साहन नीति 2024 का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 15 लाख करोड़ से 30 लाख करोड़ तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और वेस्ट से वेल्थ क्रिएट करने की दिशा में उद्योगों को आगे बढ़ना चाहिए।
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के माध्यम से किशनगढ़ और राजस्थान के अन्य क्षेत्रों में पानी लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने किशनगढ़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर जोर देते हुए कहा कि यह क्षेत्र पत्थरों की मिनिएचर पेंटिंग्स और शिल्पकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है।
रीको के प्रबंध निदेशक इंद्रजीत सिंह ने कहा कि रीको उद्योगों के साथ खड़ा है और सरकार सभी एमओयू को धरातल पर लागू करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
तकनीकी सत्र—
1. “मूल्य सृजन में नवाचारः स्टोन इंडस्ट्री के अपशिष्ट को अवसरों में बदलना” विषय पर चर्चाएं हुई। राजेश कुमार शर्मा (CBRI, रुड़की) ने “सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी इनोवेशन,” डॉ. रवींद्र नगर (MNIT) ने “स्टोन वेस्ट से सस्टेनेबल बिल्डिंग मटेरियल्स का उपयोग” और हरी मोहन शर्मा (सिरी महाराजा ग्रेनाइट्स) ने “प्राकृतिक पत्थरों की सतह को बेहतर बनाने की कला” पर व्याख्यान दिए।
2. “स्टोन प्रोसेसिंग में उन्नत तकनीकः भविष्य के उपकरण” विषय पर चर्चा हुई। यशवंत शर्मा ( भगवती मशीन) ने “मल्टीवायर मशीनरी और नई प्रोसेसिंग तकनीकें,” इमैनुअल डी वॉकर (सेलानीज) ने “सतह की नवीनतम तकनीक,” और इटली के पिएरो बेटिनी व सैम जावादी ने रोबोटिक प्रोसेसिंग तकनीकों पर अपने अनुभव साझा किए।
3. “वैश्विक विकासः निर्यात प्रोत्साहन, नीतियां और कौशल विकास” विषय पर राजस्थान निर्यात प्रोत्साहन परिषद के पंकज राव, उद्योग विभाग की श्रीमती शिल्पा गोखुरू और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के मोहम्मद कलाम ने अपनी प्रस्तुतियां दीं।
विशेष उपस्थिति और आयोजन का समापन—
कार्यक्रम का संचालन लघु उद्योग भारती के पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष योगेश गौतम ने किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन फीता काटकर किया गया, जिसमें 24 स्टॉल लगाए गए हैं, जहां नवीनतम तकनीक और सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई गई। इस आयोजन में देशभर से 500 उद्यमियों ने भाग लिया। किशनगढ़ के सभापति दिनेश सिंह राठौड़, उपखंड अधिकारी निशा सहारण और लघु उद्योग भारती की विभिन्न इकाइयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
ग्लोबल स्टोन टेक्नोलॉजी फोरम 2025 स्टोन इंडस्ट्री के नवाचार, तकनीकी उन्नति और निर्यात प्रोत्साहन को नई दिशा देने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।