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वैभव भंडारी को दिव्यांगों के समर्थन में अनुकरणीय कार्य के लिए भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समर्पण, दृढ़ता और सकारात्मक प्रभाव डालने का जुनून वैभव भंडारी की उल्लेखनीय यात्रा को परिभाषित करता है।
जयपुर | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रा. यशवतं राव केलकर युवा पुरस्कार 2023 के “दिव्यांगों के जीवनस्तर को बेहतर और आत्मविश्वास युक्त बनाने के लिए” किए गये सराहनीय कार्य के लिए दिल्ली में आयोजित 69 राष्ट्रीय अधिवेशन में 10 दिसम्बर को प्रातः 10:30 बजे पाली के डॉ वैभव भंडारी को सम्मानित किया जाएगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से प्रति वर्ष राष्ट्रीय अधिवेशन में यशवंत केलकर पुरस्कार दिया जाता है । यह पुरस्कार प्रति वर्ष देश भर में से एक युवा को चयनित करके सामाजिक क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है । पुरस्कार में स्मृति चिह्न, प्रशष्टि पत्र एवम् एक लाख रुपये की राशि भेंट की जाएगी । इस वर्ष अमृत महोत्सव के वर्ष के चलते देश के 3 युवाओं को युवा पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
दिव्यांगों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। वैभव के कार्यों ने समाज के विभिन्न पहलुओं में ऐसे परिवर्तन किया जिससे दिव्यांगों के लिए रास्ते आसान हो सकें।
वैभव भंडारी को दिव्यांगों के समर्थन में अनुकरणीय कार्य के लिए भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समर्पण, दृढ़ता और सकारात्मक प्रभाव डालने का जुनून वैभव भंडारी की उल्लेखनीय यात्रा को परिभाषित करता है।
नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट फॉर डिसेबल्ड पीपल द्वारा वर्ष 2023 के पुरष्कारों में देश भर से 3 व्यक्तियो को रोल मॉडल श्रेणी में 9 दिसंबर को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।
वैभव भंडारी : 11 सालाें में दिव्यांगाें के अधिकाराें के लिए नियम तक बदला दिए, सुविधा के लिए सरकारी कार्यालय से राज्यसभा तक रैंप बनवाएं, अब मस्कुलर डिस्ट्राफी एवम् अदृश्य दिव्यांगता के लिये पृथक से पॉलिसी बनाने हेतु प्रयासरत। साथ ही डोर स्टेप बैंकिंग के माध्यम से घर बैठे बैंकिंग सुविधा दिव्यांगजनों के मिले इसके लिए भी प्रयासरत, कुछ बैंक ने शुरू भी कर दी।
- - इच्छा मृत्यु, दुर्लभ बीमारियों सहित दिव्यांगता पर अब तक 8 शाेध पत्र प्रकाशित करवा चुके हैं। दिव्यांगजनों को प्रदत्त अधिकारों पर 5 वर्ष तक शोध के उपरांत पीएचडी की। दिव्यांगता काे समझने व आंकलन करने के लिए नैदानिक मनाेचिकित्सा में डिप्लाेमा किया।
- देश के कई राज्यो में दिव्यांगजनाें के लिए राज्य स्तर अधिक सहारे की आवश्यकता वाले बाेर्ड का गठन कराया।
- निर्वाचन आयोग से बोद्धिक दिव्यांगता को मतदाता के रूप सम्मिलित करने के लिए पृथक रूप संपूर्ण देश आदेश जारी करवाए ।
- राज्य के सभी सरकारी कॉलेज में अनिवार्य रूप व्हीलचेयर की उपलब्धता के आदेश जारी करवाए ।
- भंडारी इच्छा मृत्यु पर लिविंग विल बनाने वाले राजस्थान के पहले व्यक्ति है ।
- इसके साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन लागु करवाया जिससे बसों में व्हीलचेयर के लिए जगह आरक्षित रखी जाये।
- संस्थाओ के नामों में विकंलाग की जगह दिव्यांग शब्द के लिए लिखने के आदेश जारी कराया।
- राेडवेज में दिव्यागों को बुकिंग खिड़की से सीट अावंटित करने आदेश जारी कराया।
- सिलिकोसिस के मरीजांे के लिए हर जिले में हर माह शिविर का लगाने का आदेश मानवाधिकार आयोग से परिवाद में कराया।