Highlights
- शारीरिक शिक्षा, योग शिक्षा, संगीत शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा, खेल सहित कुल 14 विषय विद्या भारती की विशिष्टता है:- महेंद्र कुमार दवे
- हमारे जीवन मूल्यों में चराचर जगत में परमात्मा विद्यमान है
बाड़मेर | बालोतरा शहर के आदर्श विद्या मंदिर स्कूल माजीवाला (majiwala) में गुरुवार को विद्या भारती का पांच दिवसीय विषय प्रशिक्षण वर्ग का समापन हुआ। जिला सचिव भगवतदान रतनू (bhagwat dan ratanu) ने बताया कि प्रांत स्तरीय विषय प्रशिक्षण वर्ग के समापन समारोह का शुभारंभ वंदना सत्र के साथ प्रांत सचिव महेंद्र कुमार दवे (mahendra kumar dave) व प्रांत सदस्य मूलचंद सालेचा ने दीप प्रज्वलित किया। वर्ग संयोजक भंवरलाल कुमावत (bhanwarlal kumawat) ने पांच दिनों में होने वाली गतिविधियों का वृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
महेंद्र कुमार दवे (mahendra kumar dave) ने संबोधित करते हुए बताया कि शारीरिक शिक्षा, योग शिक्षा, संगीत शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा, खेल सहित कुल 14 विषय विद्या भारती की विशिष्टता है। भारत देवी-देवताओ की ओर से स्थापित सबसे प्राचीन देश है। हमारे पूर्वजों ने अपने कठिन परिश्रम एवं तपस्या से जो मूल्य अर्जित किए है वो अपने जीवन में धारण करके ही हम अपने देश व समाज का विकास कर सकते हैं।
हमारे जीवन मूल्यों में चराचर जगत में परमात्मा विद्यमान है। किसी से तुलना नहीं करना, धैर्य, सत्य, दया भाव, प्रेम, दीन दुखियों की सेवा, संयमित जीवन, आंतरिक सफाई, स्वच्छ बुद्धि, पराई स्त्री मां के समान, पराया धन मिट्टी के समान जैसी कई बातें विद्यमान है। जीवन मूल्यों पर नहीं चलने वाला है इससे व्यक्ति या देश दुर्गति की ओर जाता है। हमारी इंद्रियों को हमेशा केंद्रित कर अच्छे कार्यों में लगाते हुए गलत कामों से बचानी चाहिए।
इस प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अटल टिंकरिंग लैब (Atal Tinkering Lab), शारीरिक शिक्षा, योग शिक्षा, संगीत शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा का प्रांत भर से 263 संभागियों ने भाग लिया।