भीलवाड़ा गैंगरेप: बेटी की चिता में पिता ने लगाई छलांग! लोगों ने पकड़ा, बोले- हंसती हुई निकली थी घर से, अब मिली इस हालत में

अपनी लाड़ली बेटी के साथ हुए इस घिनौने कृत्य से आहत होकर उसका पिता इतना आहत हुआ कि उसने अपनी बेटी की जलती चिता में छलांग लगाने की कोशिश की। पिता बार-बार लोगों से कह रहे थे कि उनकी लाड़ली हंसती हुई घर से निकली थी

भीलवाड़ा | Bhilwara Gangrape Case : भीलवाड़ा में नाबालिग बालिका के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मामले ने सभी को झकझौर कर रख दिया है। 

सोमवार को 14 साल की गैंगरेप पीड़िता के शव के टुकड़ों का अंतिम संस्कार किया गया तो परिवार के साथ ही पूरा गांव भी रो पड़ा।

पिता ने की बेटी की चिता में छलांग लगाने की कोशिश

जब सोमवार को 5 दिनों के बाद नाबालिग के शव के टुकड़ों का अंतिम संस्कार किया गया तो शरीर के नाम पर कुछ जली हड्‌डी और कुछ टुकड़े ही नजर आए।

अपनी लाड़ली बेटी के साथ हुए इस घिनौने कृत्य से आहत होकर उसका पिता इतना आहत हुआ कि उसने अपनी बेटी की जलती चिता में छलांग लगाने की कोशिश की।

शुक्र ये रहा कि वहां मौजूद लोगों ने उन्हें सही वक्त पर पकड़ लिया नहीं तो और बड़ी घटना हो सकती थी। 

इस दौरान असहाय पिता नीचे जमीन पर गिरकर अचेत हो गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

गंभीर हालत में पिता को जिला चिकित्सालय के ICU में भर्ती करवाया। वहीं अस्पताल के बाहर पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया है।

लोगों से कह रहे थे हंसती हुई घर से निकली थी

अपनी मासूम सी लाड़ली को अचानक से खोने वाले पिता का दर्द देखकर हर कौन भावुक था।

पिता बार-बार लोगों से कह रहे थे कि उनकी लाड़ली हंसती हुई घर से निकली थी।

उन्हें क्या पता था कि अब वह इस हालत में उन्हें मिलेगी। 

पिता को आखिरी बार बेटी का चेहरा भी देखने को नसीब नहीं हुआ। वह कहते रहे कि बुधवार सुबह आखिरी बार बेटी को देखा था। 

पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप गए शव के टुकड़े

गौरतलब है कि पुलिस ने गैंगरेप पीड़ित बालिका के शव के टुकड़ों का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया था।

जिसके बाद आज परिवार और सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया।

आपको बता दें कि, भीलवाड़ा के कोटड़ी क्षेत्र की 14 वर्षीय एक किशोरी बुधवार को बकरिया चराने जंगल में गई थी।

जो शाम होने पर भी घर नहीं लौटी तो परिजन उसे तलाशते हुए उस भट्टी के पास पहुंचे जहां बालिका का हाथ जलाया गया था। 

छानबीन करने पर परिजनों को उसका जलता हाथ मिला और उसमें पहना गया चांदी का कड़ा।

कड़े के आधार पर ही बालिका की हत्या का संदेह हुआ और पुलिस को सूचना दी गई।