पूर्व विधायक की सजा माफी पर बवाल: जूली बोले- कंवरलाल मीणा की सजा माफ करवा रही सरकार
जयपुर. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (Leader of Opposition Tikaram Juli) ने अंता से पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा (Former MLA Kanwarlal Meena) की सजा माफी पर भाजपा (BJP) को घेरा. उन्होंने इसे गलत बताया.
जयपुर. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (Leader of Opposition Tikaram Juli) ने अंता से पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा (Former MLA Kanwarlal Meena) की सजा माफी पर भाजपा (BJP) को घेरा. उन्होंने इसे गलत बताया.
कंवरलाल मीणा की सजा माफी का आरोप
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार सजा माफ करवाना चाहती है.
जूली के अनुसार, अंता के पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा की सजा माफ होगी. यह तैयारी राजस्थान सरकार कर रही है.
गृह विभाग से राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा जा रहा है. यह जानकारी विश्वसनीय सूत्रों से मिली है.
भाजपा की दोहरी नीति पर सवाल
टीकाराम जूली ने इसे भाजपा का दोहरा चरित्र बताया. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा करने की चेतावनी दी है.
जूली ने कहा कि कंवरलाल मीणा पर कुल 27 केस दर्ज हैं. ऐसे व्यक्ति की सजा माफ करना गलत है.
क्या यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ राजनीति का संदेश है? यह सवाल जूली ने भाजपा से पूछा है.
अपराधियों को पदों पर बहाल करने की कोशिश
जूली ने कहा कि यह तरीका बिल्कुल गलत है. सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए.
एक तरफ नया कानून कहता है कि मंत्री पद खो देंगे. अगर वे एक महीने तक जेल में रहेंगे.
दूसरी तरफ, भाजपा अपने पूर्व एमएलए की सजा माफ करवा रही है. यह दोहरी नीति कैसे चलेगी?
क्या सरकार अपराधियों की सजा कम करके उन्हें वापस पदों पर लाना चाहती है? हम इसका कड़ा विरोध करेंगे.
भाजपा का असली चेहरा बेनकाब
जूली ने दावा किया कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो चुका है. जनता सब समझ रही है.
कोई भी अपराधी हो, कैसा भी अपराध किया हो. बस भाजपा में शामिल हो जाओ.
उनके सारे गुनाह माफ हो जाएंगे, सजा भी माफ होगी. यह भाजपा की नई रणनीति है.
जनता भाजपा की इस चाल को अच्छी तरह समझ चुकी है. यह राजनीति के लिए अच्छा नहीं है.
विधायकी और अंता में उपचुनाव की स्थिति
सजा होने के बाद भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की विधायकी चली गई थी. यह फैसला 1 मई को आया था.
हाईकोर्ट से सजा बरकरार रखने का फैसला आया था. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती दी.
लेकिन सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली. इसके बाद विधायकी खत्म हो गई.
चुनाव आयोग ने अंता सीट को खाली घोषित कर दिया है. अब वहां उपचुनाव की तैयारी है.
उपचुनाव के लिए वोटर लिस्ट अपडेट करने का काम शुरू हो चुका है. यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है.
यदि राज्यपाल सजा माफ कर देते हैं, तो कंवरलाल की विधायकी बहाल हो सकती है. यह एक बड़ा मोड़ होगा.