आबूरोड | रेलवे स्टेशन परिसर में हुई हृदयविदारक घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। 24 दिसंबर की रात आबूरोड रेलवे आरक्षण कार्यालय के बाहर अपने परिवार के साथ सो रही दो वर्षीय मासूम राधिका को आवारा सांड ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस परिवार को आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।
लोढ़ा ने सोशल मीडिया पर उठाई आवाज
संयम लोढ़ा ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, जो नागरिक अधिकारों की बात करते हैं, वे इस गरीब परिवार के अधिकारों पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं। लोढ़ा ने घटना का जिक्र करते हुए बताया कि रेलवे विभाग ने अब तक पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की है।
पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएं
लोढ़ा ने इस घटना की तुलना पिछले वर्ष सिरोही जिला अस्पताल में हुई दर्दनाक घटना से की, जहां आवारा कुत्तों ने नवजात शिशु को नोंच डाला था। उस घटना के बाद सरकार ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि दी थी। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इस गरीब परिवार को भी सहायता का अधिकार नहीं है?
भाजपा नेताओं पर साधा निशाना
लोढ़ा ने भाजपा के सांसदों, विधायकों और मंत्रियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिले में ऐसी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी वे खामोश क्यों हैं? क्या इस गरीब परिवार की मदद उनकी जिम्मेदारी नहीं है?
डीआरएम अजमेर को पत्र
मृतक बालिका की मां कन्या ने भी डीआरएम अजमेर को पत्र लिखकर इस मामले में रेल विभाग से आर्थिक मुआवजा देने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
लोढ़ा की अपील
संयम लोढ़ा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस मामले में मानवीय पहल करते हुए तुरंत पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की अपील की है।