Jalore Rajasthan: जालोर में स्कूल वाहन जांच के दौरान चालक भागा, FIR दर्ज

जालोर (Jalore) में स्कूल वाहनों की जांच के दौरान एक वाहन चालक द्वारा लापरवाही से भागने की कोशिश करने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (District Legal Services Authority) ने उसके खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है। इस घटना में वाहन में बैठे विद्यार्थियों और आसपास के नागरिकों की जान को गंभीर जोखिम उत्पन्न हो गया था।

जालोर में स्कूल वाहन चालक भागा, FIR

जालोर: जालोर (Jalore) में स्कूल वाहनों की जांच के दौरान एक वाहन चालक द्वारा लापरवाही से भागने की कोशिश करने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (District Legal Services Authority) ने उसके खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है। इस घटना में वाहन में बैठे विद्यार्थियों और आसपास के नागरिकों की जान को गंभीर जोखिम उत्पन्न हो गया था।

राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जालोर द्वारा बाल वाहिनियों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत शुक्रवार को संयुक्त जांच टीम, जिसमें ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल भंवरदान, होमगार्ड और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्मिक हिंगलाज दान व श्यामसुंदर विश्नोई शामिल थे, स्कूल वाहनों की नियमित जांच कर रही थी।

वाहन चालक की लापरवाही और एफआईआर

जांच के दौरान एक स्कूल वाहन चालक ने पांच मिनट में दस्तावेज दिखाने का बहाना किया और वाहन की चाबी कर्मचारी को सौंप दी। हालांकि, अचानक उसने वाहन स्टार्ट किया और तेज गति से लापरवाही पूर्वक भागने लगा। इस दौरान वाहन में बैठे विद्यार्थियों, टीम के कर्मचारियों और आसपास मौजूद नागरिकों की जान को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया।

टीम ने तत्काल घटना की सूचना जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय पुलिस थाने में चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। बाद में पता चला कि यह वाहन केंद्रीय विद्यालय के छात्रों को लेकर जा रहा था, जबकि यह बचपन स्कूल, जालोर से संबद्ध निकला। चालक की पहचान कर ली गई है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।

नियमों का उल्लंघन और चालान

शनिवार को भी जांच अभियान जारी रहा। हेड कॉन्स्टेबल विक्रम सिंह, हिंगलाजदान और श्यामसुंदर विश्नोई की गठित जांच टीम ने स्कूल वाहनों की पड़ताल की। इस दौरान सात वाहनों को नियमों का पालन न करने पर चालान किया गया। दो वाहनों में निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चे बैठे हुए पाए गए, जो सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है।

अन्य वाहन भी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहे थे, जिससे बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होते हैं। प्राधिकरण द्वारा लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि स्कूल वाहन सभी आवश्यक सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि बच्चों की यात्रा सुरक्षित रहे।

कठोर कार्रवाई के निर्देश

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अहसान अहमद ने इस गंभीर उल्लंघन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कार्यालय इस घटना को अत्यंत गंभीरता से लेता है। कर्मचारियों, विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सचिव अहमद ने संबंधित चालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रकरण की सतत निगरानी की जाएगी ताकि दोषी को कानून के अनुसार दंडित किया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। यह अभियान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आगे भी जारी रहेगा।