Rajasthan: जालोर में कांग्रेस की अरावली बचाओ जन जागरण रैली: भाजपा सरकार पर खनन माफिया को पर्वतमाला सौंपने का आरोप
जालोर में कांग्रेस ने स्थापना दिवस पर अरावली पर्वतमाला को बचाने और मनरेगा को कमजोर करने के विरोध में पैदल मार्च निकाला और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जालोर | राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार रविवार को जालोर जिले में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष दिन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष रमिला मेघवाल के नेतृत्व में अरावली बचाओ जन आंदोलन और महात्मा गांधी नरेगा को निरस्त करने के विरोध में जन जागरण रैली निकाली। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे राजीव गांधी भवन जालोर में ध्वजारोहण के साथ हुई जिसके बाद पार्टी के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा करने के लिए एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला प्रवक्ता योगेंद्र सिंह कुम्पावत ने बताया कि गोष्ठी में उपस्थित सभी कांग्रेसियों ने देश के विकास में पार्टी के योगदान और ऐतिहासिक कार्यों को याद किया।
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण का संकल्प
दोपहर 12 बजे के करीब सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अरावली पर्वतमाला को बचाने के संकल्प के साथ पैदल मार्च शुरू किया। रैली को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष रमिला मेघवाल ने कहा कि अरावली पर्वतमाला राजस्थान की केवल एक ऐतिहासिक धरोहर नहीं है बल्कि यह हमारे प्रदेश की जीवनरेखा है। यह पर्वतमाला पश्चिमी राजस्थान से आने वाली धूलभरी आंधियों को रोकने और रेगिस्तान के विस्तार को थामने में अत्यंत सहायक सिद्ध होती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पर्वतमाला पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ प्रदेशवासियों की आस्था का प्रमुख केंद्र भी है क्योंकि यहां अनेक प्राचीन देवालय स्थित हैं।
भाजपा सरकार पर तीखा हमला
रमिला मेघवाल ने भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक गहरी साजिश के तहत अरावली पर्वतमाला को खनन माफियाओं के हवाले किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए खनन पट्टे आवंटित कर रही है जिससे इस बहुमूल्य प्राकृतिक संपदा का विनाश हो रहा है। कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि प्रदेश की इस पहचान को नष्ट होने से बचाने के लिए व्यापक जन आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस संपदा को लुटने से बचाने के लिए कृत संकल्प हैं और सरकार के हर गलत कदम का विरोध करेंगे।
मनरेगा को कमजोर करने का विरोध
रैली के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम यानी मनरेगा को लेकर भी केंद्र सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की गई। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा को निरस्त करने या इसे कमजोर करने के लिए नया विधेयक ला रही है जो बेहद चिंताजनक है। सरकार द्वारा इस योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाने और रोजगार की गारंटी को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेताओं ने इसे ग्रामीण गरीबों के पेट पर लात मारने वाला कदम बताया और कहा कि सरकार अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों से पीछे भाग रही है।
शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी रैली
यह जन जागरण रैली राजीव गांधी भवन से प्रारंभ होकर हॉस्पिटल चौराहा और हरिदेव जोशी सर्किल होते हुए मुख्य बाजार पहुंची। पूरे रास्ते में कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और जनता को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया। रैली का समापन गांधी चौक में हुआ जहां महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर एक सभा आयोजित की गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा गया और उन्होंने सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।
रैली में शामिल प्रमुख पदाधिकारी
इस विशाल प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल आहोर कांग्रेस प्रत्याशी सरोज चौधरी नैन सिंह राजपुरोहित और सवाराम पटेल सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसके साथ ही ईशराराम विश्नोई जिला प्रवक्ता योगेंद्र सिंह कुम्पावत वीरेन्द्र जोशी और महिला जिलाध्यक्ष संतोष कंवर ने भी कार्यक्रम में अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। अन्य उपस्थित नेताओं में जुल्फिकार अली जितेन्द्र कसाना भोमाराम मेघवाल सवाई सिंह चंपावत गजेन्द्र सिंह डोडियाली और मेवाराम देवासी शामिल थे। इनके अलावा सुरेंद्र दवे रमेश सोलंकी बसंत सुथार लक्ष्मण सिंह सांखला और अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष जाकिर अली सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।