Sirohi: ड्यूटी निभा रहे कांस्टेबल पर बदमाशों ने किया हमला, शहीद हुआ कांस्टेबल निरंजन सिंह

मेले में ड्यूटी के दौरान दो पक्षों में हुए झगड़े को सुलझाने गए कॉन्स्टेबल पर बदमाशों ने हमला कर दिया। घायल कांस्टेबल आन ड्यूटी शहीद हो गया है। मामला सिरोही की पिंडवाड़ा तहसील के स्वरूपगंज इलाके का है।

शहीद कांस्टेबल निरंजन सिंह

सिरोही | मेले में ड्यूटी के दौरान दो पक्षों में हुए झगड़े को सुलझाने गए कॉन्स्टेबल पर बदमाशों ने हमला कर दिया। घायल कांस्टेबल आन ड्यूटी शहीद हो गया है। मामला सिरोही की पिंडवाड़ा तहसील के स्वरूपगंज इलाके का है।

मेले में ड्यूटी के दौरान पुलिस कांस्टेबल के शहीद होने के बाद सिरोही पुलिस में मातम और रोष है। अब मौके पर पिंडवाड़ा, रोहिड़ा व सरूपगंज सहित कई थानों की पुलिस तैनात है। पुलिस ने शहीद कांस्टेबल का शव सरूपगंज अस्तपाल की मोर्चरी में रखवाया है।

विवाद सुलझाने मेले में गए थे निरंजन
सिरोही पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह मूल रूप से नागौर जिले के गोटन निवासी थे। पिछले 3 साल से सरूपगंज थाने में ही तैनात थे।

महाशिवरात्रि के पर्व को देखते हुए उनकी ड्यूटी स्वरूपगंज तहसील के लौटाना गांव में शिवरात्रि पर लगे मेले में लगाई गई थी। इस दौरान यहां दो पक्षों में विवाद हो गया। उन्हें सूचना मिली और वह इस झगड़े को सुलझाने पहुंचे थे।

शुक्रवार देर रात करीब 12.30 बजे से 1 बजे के बीच उन्हें भीड़ में मौजूद बदमाशों ने चाकू मार दिया।

हादसे की सूचना पर सिरोही एसपी अनिल कुमार, पिंडवाड़ा डीएसपी जेठू सिंह करनोत समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां चिकित्सक ने कांस्टेबल निरंजन को मृत घोषित कर दिया।

पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने शव को सरूपगंज हॉस्पिटल में रखवाया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि "कर्तव्य निर्वहन के दौरान सिरोही के सरूपगंज में शहीद हुए आरक्षी निरंजन सिंह जी को सादर नमन। दुःख की इस घड़ी में हमारी सहानुभूति उनके परिजनों के साथ है। राज्य सरकार निरंजन सिंह जी के हत्यारों की गिरफ्तारी कर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करे।"