Rajasthan: गैंगस्टर रोहित गोदारा का सहयोगी सागर फरार, 25 हजार का इनाम घोषित

गैंगस्टर रोहित गोदारा का सहयोगी सागर फरार, 25 हजार का इनाम घोषित
गैंगस्टर सागर फरार, 25 हजार का इनाम
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Highlights

  • गैंगस्टर रोहित गोदारा का सहयोगी दीपेंद्र सिंह उर्फ सागर फरार।
  • पांच दिन की अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आकर हुआ फरार।
  • पुलिस ने सागर पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।
  • सागर दो हत्याओं और 15 अन्य मामलों में वांछित है।

जयपुर: जयपुर (Jaipur) पुलिस गैंगस्टर रोहित गोदारा (Rohit Godara) के सहयोगी दीपेंद्र सिंह उर्फ सागर (Deependra Singh alias Sagar) की तलाश कर रही है। सागर पांच दिन की अंतरिम जमानत पर जेल से फरार हो गया है, जिस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित है।

पुलिस को दीपेंद्र सिंह उर्फ सागर की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी करनी पड़ रही है। डीसीपी (वेस्ट) हनुमान प्रसाद मीना ने बताया कि सीकर के अजीतगढ़ निवासी दीपेंद्र सिंह उर्फ सागर की जानकारी देने वाले को 25 हजार रुपए का नकद इनाम दिया जाएगा। सागर 30 नवंबर को पांच दिन की अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया था। उसे 4 दिसंबर की शाम 5 बजे तक जेल में वापस आना था, लेकिन वह फरार हो गया।

उसके वापस न आने पर अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल अधीक्षक ने कोर्ट को इसकी रिपोर्ट भेजी। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने राजस्थान समेत कई राज्यों में उसकी तलाश में दबिश देना शुरू कर दिया है। पुलिस की विशेष टीमें राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और सीमावर्ती इलाकों में लगातार छापेमारी कर रही हैं।

फरार बदमाश सागर का आपराधिक इतिहास

बदमाश सागर दो गंभीर हत्या के मामलों में वांछित है। साल 2019 में उसने हरमाड़ा में महावीर मीणा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में उसे दो साल बाद जमानत मिली थी और वह जेल से बाहर आया था।

जेल से बाहर आते ही उसने साल 2022 में करधनी इलाके में बिजेन्द्र गुलाबबाड़ी की हत्या कर दी। इस हत्या के मामले में वह तीन साल से जेल में बंद था, जिसके बाद उसे अंतरिम जमानत मिली थी। सागर के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग थानों में दो हत्याओं सहित कुल 15 मामले दर्ज हैं।

25 लाख की रंगदारी का मामला

साल 2022 में बिजेन्द्र सिंह गुलाबबाड़ी की हत्या के बाद, उनके पिता ने खोरा बीसल थाने में एक एफआईआर दर्ज करवाई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके बड़े बेटे की हत्या के मामले में छोटे बेटे ने इन बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।

तीन दिन पहले रात को वह घर के बाहर टहल रहे थे, तभी मुंह पर कपड़ा बांधकर एक लड़का आया। उसने गिरेबान पकड़कर कहा, 'पहचाना क्या? मैं सागर जेल से बाहर आ गया हूं। तीन दिन में 25 लाख रुपए दे देना, नहीं तो तुम्हारे दूसरे बेटे को भी मार देंगे।' यह घटना सागर के खतरनाक मंसूबों को दर्शाती है।

जेल में भी गैंगस्टर रोहित गोदारा से संपर्क

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि फरार बदमाश सागर विदेश में बैठे गैंगस्टर रोहित गोदारा के लगातार संपर्क में था। इसकी पुष्टि सागर के दोस्त ओम सिंह ने पूछताछ में की है।

जेल में रहते हुए ही सागर ने जनवरी में ओम सिंह को कॉल किया था। सागर ने अपने दोस्त ओम सिंह को सिग्नल ऐप डाउनलोड करवाई और गैंगस्टर रोहित गोदारा से बात करने के लिए आईडी भी दी थी।

सितंबर में गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ओम के जरिए 25 लाख रुपए हवाला के माध्यम से भिजवाए थे। इसके बाद ओम को 2 अक्टूबर को दुबई भेजा गया था, जहां से वह 6 दिन बाद वापस लौट आया था। ओम सिंह भी कुचामन के रमेश रूलानिया हत्याकांड में पुलिस के रडार पर है।

फर्जी जमानती और पुलिस की कार्रवाई

जयपुर जेल में जेलर से विवाद के बाद सागर को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था। जमानत के लिए सागर ने कोर्ट में दलील दी थी कि उसके भाई की शादी है और घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं है, इसलिए उसे जमानत दी जाए। कोर्ट ने उसे पांच दिन की अंतरिम जमानत दी थी।

करधनी पुलिस ने कोर्ट में पेश हुए जमानती का रिकॉर्ड खंगाला तो पता चला कि जमानती नाटाणियों का रास्ता, कोतवाली निवासी रामेश्वर ठठेरा का पता फर्जी निकला। यह एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला भी है।

सागर की तलाश के लिए स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने कमिश्नरेट की सीएसटी, वेस्ट जिले की डीएसटी सहित आस-पास के थानों की स्पेशल टीमों को लगाया है। हालांकि, अभी तक सागर का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस द्वारा एक दर्जन से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन फरार गैंगस्टर का सहयोगी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

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