राजस्थान में कोहरे और सर्दी का सितम: राजस्थान में कोहरे का कहर: भीलवाड़ा में ट्रक से टकराई बोलेरो और कई जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंचा
राजस्थान में शीतलहर और घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। भीलवाड़ा में कोहरे की वजह से एक सड़क हादसा हुआ जबकि कई जिलों में तापमान गिरकर 10 डिग्री से नीचे चला गया है।
जयपुर | राजस्थान में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का दोहरा हमला देखने को मिल रहा है। शनिवार सुबह से ही प्रदेश के अधिकांश हिस्से भीषण शीतलहर की चपेट में हैं। राजधानी जयपुर और सीकर जैसे प्रमुख जिलों में सुबह से ही बादलों की आवाजाही बनी हुई है जिससे धूप का प्रभाव काफी कम हो गया है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण लोगों को घर से बाहर निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है।
भीलवाड़ा में कोहरे के कारण भीषण सड़क हादसा
घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने से भीलवाड़ा के मांडल इलाके में एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहां बिजली विभाग की एक बोलेरो गाड़ी आगे चल रहे ट्रक में पीछे से जा घुसी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कोहरा इतना घना था कि सामने का कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। इस टक्कर में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए और गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे की तीव्रता इतनी अधिक थी कि गाड़ी में फंसे लोगों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
हादसे के समय बोलेरो में सवार बिजली विभाग के दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। स्थानीय पुलिस और राहगीरों की मदद से घायलों को बड़ी मुश्किल के बाद बाहर निकाला गया और तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। इस दुर्घटना के बाद मांडल रेलवे ब्रिज पर कुछ समय के लिए यातायात भी बाधित रहा। पुलिस ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहन को सड़क से हटाकर रास्ता साफ करवाया ताकि जाम की स्थिति को खत्म किया जा सके। विजिबिलिटी केवल 20 मीटर के आसपास होने की वजह से यह हादसा हुआ।
शेखावाटी में जमी ओस और गिरा तापमान
सीकर और शेखावाटी क्षेत्र में सर्दी का सितम सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। शनिवार सुबह यहां के कई इलाकों में खेतों और फसलों पर ओस की बूंदें जमी हुई पाई गईं। सीकर में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो इस सीजन के सबसे कम तापमानों में से एक माना जा रहा है। झुंझुनूं और आसपास के क्षेत्रों में भी कोहरे और बादलों के कारण ठिठुरन काफी बढ़ गई है। किसानों को अपनी फसलों के नुकसान की चिंता सताने लगी है क्योंकि पाला पड़ने की संभावना बढ़ गई है।
उत्तर भारत से आने वाली बर्फीली हवाओं ने राजस्थान के उत्तर पूर्वी जिलों में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू कर दिया है। शुक्रवार को करौली और फतेहपुर में पारा काफी नीचे गिर गया था। करौली में न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री और फतेहपुर में 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तेज सर्दी के कारण लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं और गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के समय लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं और पशुओं के लिए भी चारे का संकट खड़ा हो रहा है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान और चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार राज्य में अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि सर्दी का यह दौर फिलहाल थमने वाला नहीं है और तापमान में और गिरावट हो सकती है। विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह की ठिठुरन और कोहरा बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण कुछ इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं लेकिन बारिश की संभावना फिलहाल कम ही जताई गई है।
अलवर जिले में भी सुबह के समय हल्का कोहरा देखा गया और यहां का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। सिरोही में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री रहा जो प्रदेश में सबसे कम अधिकतम तापमान था। इसका मतलब है कि वहां दिन में भी धूप का असर काफी कम महसूस किया जा रहा है। विजिबिलिटी कम होने के कारण प्रशासन ने वाहन चालकों को हाईवे पर विशेष सावधानी बरतने और लाइट जलाकर चलने की सलाह दी है। आने वाले दिनों में सर्दी से राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।