हॉकी की गौरव गाथा: सिरोही में हॉकी के 100 वर्ष पूरे, खिलाड़ियों-प्रशिक्षकों का सम्मान

सिरोही (Sirohi) में हॉकी इंडिया (Hockey India), हॉकी राजस्थान (Hockey Rajasthan) और हॉकी सिरोही (Hockey Sirohi) के तत्वावधान में हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने पर खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि मधुराम देवासी (Madhuram Dewasi) ने खिलाड़ियों को संबोधित किया।

सिरोही | भारत में हॉकी के 100 वर्षों की गौरव कथा के उपलक्ष्य में हॉकी इंडिया, हॉकी राजस्थान और हॉकी सिरोही के तत्वावधान में खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों का सम्मान समारोह सिरोही के सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का आयोजन हॉकी सिरोही के सचिव रणजी स्मिथ और कोषाध्यक्ष अयूब खान पठान के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें 50 खिलाड़ियों और 10 प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय पैरा अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी और इंडियन टेबल टेनिस गोल्ड मेडलिस्ट मधुराम देवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हॉकी सिरोही के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में पीजी कॉलेज सिरोही के प्राचार्य अजय शर्मा, प्रोफेसर डॉ. गायत्री प्रसाद, राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मांगीलाल काबरा, आईआईटी निदेशक डॉ. सुनीता जैन, जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह चौहान, जूडो खिलाड़ी एवं ग्राम पंचायत उपसरपंच घनश्याम सिंह देवड़ा, ताइक्वांडो के राष्ट्रीय रेफरी आर.एस. राजपूत और शारीरिक शिक्षक व्याख्याता लखमाराम मौजूद रहे।

अतिथियों ने मां सरस्वती और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। पदाधिकारियों और खिलाड़ियों द्वारा अतिथियों का साफा, माला और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम संचालन दिलीप शर्मा ने किया और भारत में हॉकी के योगदान पर संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया।

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मधुराम देवासी ने कहा कि व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए। सफलता परिश्रम, मेहनत और अनुशासन से प्राप्त होती है और ईश्वर के आशीर्वाद से व्यक्ति आगे बढ़ने का अवसर पाता है। अतिथियों ने कहा कि सिरोही में पहली बार खेल संगठन हॉकी सिरोही द्वारा इतना सुंदर आयोजन कर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया गया है। उन्होंने हॉकी सिरोही के अध्यक्ष संजय अग्रवाल, सचिव रणजी स्मिथ, कोषाध्यक्ष अयूब खान पठान, उपाध्यक्ष योगेश जैन एवं कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा किए गए संगठित प्रयासों की सराहना की।

कार्यक्रम में हॉकी इंडिया, हॉकी राजस्थान एवं हॉकी सिरोही द्वारा किए जा रहे कार्यों का विस्तृत विवरण भी प्रस्तुत किया गया। खेलों में योगदान देने वाले खेलप्रेमियों और प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया। मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा निर्माण में भूमिका निभाने वाले भारत धवल, अरविंद, लकमाराम मेघवाल, आर.एस. राजपूत, अर्जुन सिंह, प्रताप राम मेघवाल, मुकेश कुमार, शैतान स्वरूप, अमित खान, नंदा मीणा, भावना पटेल, रणजीत सिंह, राकेश कुमार, डॉ. मधु शेखावत, हितेश प्रजापत, भैराराम, राकेश कुमार और चिराग को भी सम्मानित किया गया।

राष्ट्रीय, विश्वविद्यालय, ऑल इंडिया और राजस्थान स्तर पर पदक प्राप्त एवं प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया, जिनमें सानिया लोहार (काकीनाडा, आंध्रप्रदेश), सुरेश कुमार सेन, अंकिता सिंह, रणजीत सिंह, जवानाराम, संजय राणा, अश्विन कुमार, मोहित, मनोहर सिंह, सुरजपाल सिंह, राहुल पुरोहित, जावेद हुसैन, मुकेश कुमार चौधरी, कुणाल लालवानी, जयेश आदिवाल, गणेश कुमार झाडोली, हुनर कुमार चौधरी, तानिया सेन, निहारिका, पृथ्वीराज (सिल्वर, कराटे), अरविंद मीणा (कांस्य, कराटे), शैल सुनर्या (गोल्ड, कराटे), समिक्षा सोनी (गोल्ड, कराटे), महिषा कला (ब्लैक बेल्ट), किशन यादव (ब्लैक बेल्ट), उत्कर्षा चौरसिया, मिथलेश कुंवर (सिल्वर, वेट लिफ्टिंग), पूजा कुमारी (स्वर्ण, हॉकी), पंकज कुमार, पुरिया कुमारी, सुमित कुमार, खुशी प्रजापत, संजय चौहान, मोइनुद्दीन, मोहम्मद अनस (सिल्वर, ताइक्वांडो), दिशा रावल और खुश्बू सोढ़ा शामिल रहे।

कार्यक्रम के अंत में खिलाड़ियों का आभार हॉकी सिरोही के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने व्यक्त किया। समापन घोषणा दिलीप शर्मा ने की। अतिथियों द्वारा खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को साफा, माला और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।