Epstein Files: ट्रम्प की यौन अपराधी एपस्टीन संग फोटो गायब; न्याय विभाग ने 16 फाइलें हटाईं

एपस्टीन (Epstein) से जुड़ी 16 फाइलें न्याय विभाग (Justice Department) ने वेबसाइट से हटा दी हैं, जिनमें डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump), मेलानिया ट्रम्प (Melania Trump) और यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन (Jeffrey Epstein) की एक तस्वीर भी शामिल थी। इस घटना ने पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ट्रम्प की एपस्टीन संग फोटो गायब: न्याय विभाग ने हटाईं फाइलें

वॉशिंगटन डीसी: एपस्टीन (Epstein) से जुड़ी 16 फाइलें न्याय विभाग (Justice Department) ने वेबसाइट से हटा दी हैं, जिनमें डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump), मेलानिया ट्रम्प (Melania Trump) और यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन (Jeffrey Epstein) की एक तस्वीर भी शामिल थी। इस घटना ने पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ट्रम्प की तस्वीर सहित 16 फाइलें हुईं गायब

अमेरिका के कुख्यात यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़े मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। शनिवार देर रात न्याय विभाग की वेबसाइट से एपस्टीन से जुड़ी 16 महत्वपूर्ण फाइलें अचानक गायब हो गईं।

इन गायब हुई फाइलों में एक ऐसी तस्वीर भी शामिल थी, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस तस्वीर में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उनकी पत्नी मेलानिया ट्रम्प, यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन और एपस्टीन की सहयोगी गिजलेन मैक्सवेल एक साथ दिखाई दे रहे थे।

न्याय विभाग की चुप्पी और बढ़ते सवाल

रॉयटर्स के अनुसार, इन फाइलों में महिलाओं की पेंटिंग्स की तस्वीरें भी शामिल थीं। न्याय विभाग ने अब तक इन फाइलों के हटने को लेकर कोई आधिकारिक सफाई नहीं दी है।

यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये फाइलें जानबूझकर हटाई गई हैं या किसी तकनीकी खराबी के कारण गायब हुई हैं। इस चुप्पी ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विशाल दस्तावेज जारी, पर महत्वपूर्ण जानकारी गायब

अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने शुक्रवार रात ढाई बजे (भारतीय समय के अनुसार) जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी जांच के तहत तीन लाख से अधिक दस्तावेज जारी किए थे। इन दस्तावेजों में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और पॉप सिंगर माइकल जैक्सन जैसे दिग्गजों की तस्वीरें सामने आईं।

हालांकि, रिकॉर्ड्स में डोनाल्ड ट्रम्प का नाम लगभग न के बराबर पाया गया, जबकि फरवरी में जारी एपस्टीन के निजी जेट के फ्लाइट लॉग्स में ट्रम्प का नाम पहले ही सामने आ चुका है। यह विरोधाभास भी संदेह पैदा करता है।

अधूरी पारदर्शिता और पीड़ितों की निराशा

जारी किए गए नए दस्तावेजों में एपस्टीन के न्यूयॉर्क और यूएस वर्जिन आइलैंड्स स्थित घरों की तस्वीरें, साथ ही कुछ मशहूर हस्तियों और राजनेताओं की फोटो प्रमुखता से थीं। लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज, जैसे कि कई पीड़ितों के एफबीआई इंटरव्यू और न्याय विभाग के फैसले की कॉपी, जहां एपस्टीन को सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोपों के बजाय सिर्फ छोटे राज्य स्तर के अपराध में सजा दिलाने का फैसला किया गया था, वे जारी नहीं किए गए।

इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों की कमी ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं कि 2000 के दशक में अभियोजकों ने इस मामले को कैसे संभाला और एपस्टीन को इतनी हल्की सजा क्यों मिली। ब्रिटेन के पूर्व प्रिंस एंड्रयू जैसे अन्य बड़े नामों का भी इन दस्तावेजों में बहुत कम जिक्र था, जिससे जांच की गंभीरता पर प्रश्नचिह्न लग गया है।

हाउस ओवरसाइट कमिटी ने उठाए सवाल

हाउस ओवरसाइट कमिटी के डेमोक्रेट सदस्यों ने ट्रम्प से जुड़ी तस्वीर के गायब होने पर तुरंत सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, “और क्या छिपाया जा रहा है?”

कमिटी ने अमेरिकी जनता के लिए पूरी पारदर्शिता की मांग करते हुए न्याय विभाग पर 'कवर-अप' के गंभीर आरोप लगाए हैं। यह घटना अमेरिकी न्याय प्रणाली में जनता के विश्वास को कमजोर कर सकती है।

पीड़ितों का आरोप: यह अन्याय और धोखा है

एपस्टीन की पीड़ितों और कानून बनाने वाले लोग लंबे समय से इस मामले में पूरी पारदर्शिता की मांग कर रहे थे। लेकिन जारी दस्तावेजों में काफी हिस्से ब्लैक आउट (रेडैक्टेड) थे, जिससे उनकी निराशा और बढ़ गई।

एक 119 पेज का दस्तावेज तो पूरी तरह से काला कर दिया गया था। न्याय विभाग ने इन देरी और रेडैक्शन का कारण लाखों पेज के रिकॉर्ड्स और पीड़ितों की पहचान छिपाने में लगने वाला समय बताया है, जिसके चलते दस्तावेज धीरे-धीरे जारी किए जाएंगे।

इस समय सीमा और पारदर्शिता की कमी से पीड़ित और सांसद काफी निराश हैं। एपस्टीन की शुरुआती पीड़ितों में से एक जेस माइकल्स ने कहा, “न्याय विभाग फाइल जारी करने में भ्रष्टाचार और देरी से साबित कर रहा है कि वह कुछ छुपा रहा है।”

एक अन्य पीड़ित मरीना लार्सेडा ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “फोटो ज्यादातर बेकार हैं। हमें धोखा दिया गया है। हम इंतजार कर रहे थे कि सरकार जिन्हें बचा रही है उनके नाम सामने आएं।”

ट्रम्प और एपस्टीन का पुराना संबंध

डोनाल्ड ट्रम्प ने हमेशा एपस्टीन के अपराधों से किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है और उनके खिलाफ इस मामले में कोई आरोप दर्ज नहीं है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि ट्रम्प ने सात बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट से यात्रा की थी।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ट्रम्प ने ये सफर 1993 से 1997 के बीच किया था। ये उड़ानें ज्यादातर पाम बीच और न्यूयॉर्क के बीच थीं। ट्रम्प ने कहा था कि उन्होंने कभी एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड का दौरा नहीं किया और न ही कोई गलत काम किया।

'लोलिता एक्सप्रेस' से यात्रा

जेफ्री एपस्टीन का विमान 'लोलिता एक्सप्रेस' के नाम से कुख्यात था, क्योंकि यह किशोर लड़कियों को लेकर जाता था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प ने भी इस विमान से यात्रा की थी, जिससे उनके और एपस्टीन के संबंधों पर और सवाल उठते हैं।

ट्रम्प का विवादास्पद बयान और दोस्ती

ट्रम्प और एपस्टीन की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। 2002 में ट्रम्प ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था, “मैं जेफ को 15 साल से जानता हूं, कमाल का आदमी है। हम दोनों को कम उम्र की खूबसूरत लड़कियां पसंद हैं।”

यह बयान बाद में ट्रम्प के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गया। 1992 में ट्रम्प ने फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो रिसोर्ट में एपस्टीन और चीयरलीडर्स के साथ एक पार्टी की थी। 2019 में एनबीसी ने इसका एक फुटेज जारी किया था, जिसमें ट्रम्प, एपस्टीन को एक महिला की ओर इशारा करते दिखते हैं और झुककर कहते हैं, “देखो वह बहुत हॉट है।”

हालांकि, एक प्रॉपर्टी विवाद के बाद ट्रम्प और एपस्टीन के बीच बातचीत का कोई पब्लिक रिकॉर्ड नहीं है। ट्रम्प ने बाद में 2019 में कहा था कि उनके और एपस्टीन के बीच मनमुटाव हो गया था और उन्होंने 15 सालों से एक-दूसरे से बात नहीं की थी। ट्रम्प ने यह भी कहा था कि वह अब एपस्टीन को अपना दोस्त नहीं मानते।

एपस्टीन फाइलों में आयुर्वेद का अप्रत्याशित जिक्र

अमेरिका के यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से जुड़ी फाइलों में एक अप्रत्याशित तथ्य सामने आया है। इन दस्तावेजों में भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद का भी जिक्र है। अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट की तरफ से जारी इन दस्तावेजों में मसाज तकनीकों और आयुर्वेदिक इलाज के जरिए शरीर को डिटॉक्स करने की बात कही गई है।

जारी दस्तावेजों में एक प्रदर्शनी के तौर पर ऐसे लेटर भी शामिल हैं, जिसमें लिखा है कि पश्चिमी देशों में अब कई लोग भारत की करीब 5,000 साल पुरानी प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली पर आधारित मसाज और इलाज की तकनीकें अपना रहे हैं।

फाइलों में 'द आर्ट ऑफ गिविंग मसाज' जैसे लेख का जिक्र है, जिसमें तिल के तेल से मसाज कर शरीर की सफाई यानी डिटॉक्स करने को फायदेमंद बताया गया है। इसमें आयुर्वेद को प्राकृतिक और पारंपरिक इलाज की पद्धति के रूप में बताया गया है, जो शरीर और मन के संतुलन पर जोर देती है।

'बेबी मसाज ट्रेनिंग' और आपत्तिजनक निर्देश

कुछ दस्तावेज ऐसे भी मिले हैं, जिन्हें 'बेबी मसाज ट्रेनिंग' के निर्देश बताया गया है। यानी कि दस्तावेजों में कदम-दर-कदम बताया गया है कि क्या करना है और कैसे करना है।

इसके साथ ही लड़कियों को क्लाइंट्स को मसाज देने के निर्देश भी हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें कुछ अश्लील प्रक्रियाएं भी शामिल हैं, जो एपस्टीन के यौन शोषण के पैटर्न को उजागर करती हैं।

बिल क्लिंटन का नाम और 'बलि का बकरा' बनने का आरोप

एपस्टीन फाइल्स में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की तस्वीरें सामने आने के बाद अमेरिका की राजनीति में एक नई हलचल मच गई है। क्लिंटन के प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि व्हाइट हाउस जानबूझकर उन्हें 'बलि का बकरा' बना रहा है और असली मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है।

संसद के आदेश पर जारी इन फाइलों में क्लिंटन की तस्वीरें एपस्टीन और उसकी सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल के साथ दिखाई गई हैं। एक तस्वीर में क्लिंटन एक स्विमिंग पूल में मैक्सवेल और एक लड़की के साथ नजर आ रहे हैं, हालांकि उस युवती का चेहरा ढका हुआ है।

क्लिंटन के एपस्टीन से संबंध

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्लिंटन के राष्ट्रपति रहते हुए एपस्टीन कम से कम 17 बार व्हाइट हाउस गया था। इसके अलावा, पद छोड़ने के बाद क्लिंटन कुछ यात्राओं पर एपस्टीन के निजी विमान से एशिया और अफ्रीका भी गए थे, जो उनकी संस्था से जुड़े कामों के लिए थीं।

हालांकि, अब तक क्लिंटन पर एपस्टीन से जुड़े किसी भी अपराध का कोई औपचारिक आरोप नहीं लगा है। क्लिंटन लगातार कहते रहे हैं कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और उन्होंने एपस्टीन के गलत कामों की जानकारी होने से इनकार किया है।

प्रवक्ता का बचाव और व्हाइट हाउस पर आरोप

क्लिंटन के प्रवक्ता एंजेल उरेना ने सोशल मीडिया पर कहा कि व्हाइट हाउस ने महीनों तक इन फाइलों को रोके रखा और अब इन्हें जारी कर क्लिंटन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सब खुद को बचाने और आने वाले अन्य खुलासों से ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है।

प्रवक्ता ने यह भी कहा कि क्लिंटन ने 2005 के आसपास ही एपस्टीन से अपने रिश्ते तोड़ लिए थे, यानी उसके अपराध सामने आने से काफी पहले ही। उनके मुताबिक, क्लिंटन उन लोगों में हैं जिन्होंने समय रहते दूरी बना ली थी, न कि उन लोगों में जो बाद में भी एपस्टीन के संपर्क में रहे।

आगे क्या? और फाइलें होंगी जारी

शुक्रवार रात को जारी किए गए दस्तावेजों में एपस्टीन और उसकी सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल के मामलों से जुड़े ग्रैंड जूरी के रिकॉर्ड शामिल हैं, जिनमें पीड़ितों की गवाहियां और यात्रा से जुड़े कागजात मौजूद हैं। हालांकि, कई नामों को अभी भी गोपनीय रखा गया है, जिससे पारदर्शिता की मांग और तेज हो गई है।

जस्टिस डिपार्टमेंट ने संकेत दिया है कि आने वाले वक्त में एपस्टीन केस से जुड़ी और तस्वीरें और दस्तावेज जारी किए जाएंगे। आमतौर पर ग्रैंड जूरी से जुड़े दस्तावेज केस खत्म होने के बाद भी सार्वजनिक नहीं किए जाते, लेकिन हाल ही में अमेरिकी संसद ने एक नया कानून पास किया, जिसके बाद अदालत ने इन्हें जारी करने की इजाजत दी।

इसी के तहत जस्टिस डिपार्टमेंट अब धीरे-धीरे एपस्टीन फाइल्स को सामने ला रहा है। इन दस्तावेजों में एपस्टीन की संपत्तियों, पैसों के लेन-देन, यात्रा रिकॉर्ड और महिलाओं से जुड़े नोट्स का जिक्र है। मैक्सवेल से जुड़ी स्लाइड्स में उसकी एपस्टीन के साथ तस्वीरें और फ्लाइट्स की जानकारी भी शामिल हैं।

इन दस्तावेजों में एक एफबीआई एजेंट की गवाही भी सामने आई है। एजेंट ने बताया कि एक 14 साल की लड़की को स्कूल छोड़ने के बाद एपस्टीन से मिलवाया गया था। उससे कहा गया था कि अगर वह एक अमीर आदमी को मसाज देगी तो उसे पैसे मिलेंगे।

बाद में उसी लड़की के साथ यौन शोषण किया गया। एजेंट के मुताबिक, इसी तरह और लड़कियों को लाया जाता था और एक लड़की ने तो एपस्टीन के लिए 20 से 50 लड़कियां तक जुटाईं, जो इस पूरे रैकेट की भयावहता को दर्शाता है। यह मामला अभी भी कई अनसुलझे सवालों के साथ जारी है।