जयपुर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को विशाल नगर एवं चन्द्रप्रभु नगर में 59 लाख की लागत से अजमेर जिले की सीसी सड़कों के निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में देवनानी ने कहा कि इस साल अतिवृष्टि के कारण शहर में बहुत सी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
इस सड़कों को सुधारने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। हाल ही में 24 सड़कों के सुधार के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग ने 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की है। इसी तरह अन्य सड़कों के कार्य भी शीघ्र शुरू करवाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी से 6.15 करोड़ लागत से एलीवेटेड रोड के नीचे सड़क सुधारी जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि शहर की सड़कों को सुधारने के लिए 16.5 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। हाल ही में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की है। शीघ्र ही और भी सड़कों के काम शुरू किए जाएंगे। इसके साथ ही कचहरी रोड़ के लिए 6.15 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
उन्होंने कहा कि अजमेर उत्तर क्षेत्र अन्तिम सिरे से पर होने के कारण पेयजल आपूर्ति की समस्या रही है। यहां तीन रिजर्वायर बनाने के लिए 270 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है। भूमि आवंटन भी किया गया है।
बीसलपुर बांध से निर्भरता कम करने के लिए पहली बार फॉयसागर झील का पानी पेयजल के लिए उपलब्ध हुआ है। इसी प्रकार अजमेर शहर के पारम्परिक जल स्त्रोतों 22 बावड़ियों का चिन्हीकरण कर पानी फिल्टर प्लांट तक लाया जाएगा। इससे अजमेर को 7 टीएमसी तक पानी उपलब्ध होगा। ईआरसीपी परियोजना से फॉयसागर को जोड़ने से हमेशा पानी भरा रहेगा। जलदाय विभाग के पम्पिंग स्टेशनों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अतिरिक्त फीडर से जोड़ने के लिए भी पर्याप्त राशि स्वीकृत की गई है।
उन्होंने कहा कि अजमेर की पहचान शिक्षा नगरी के रूप में बनी रहनी चाहिए। इसके लिए भारतीय तकनीकी संस्थान की तर्ज पर आरआईटी के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज का चुनाव किया गया है।
इसी प्रकार आयुर्वेद विश्वविद्यालय भी खुलेगा। इसके लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है। एम्स के स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्तमान टीबी अस्पताल भवन में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बनाया जाएगा। कोटड़ा में भी सैटेलाईट चिकित्सालय बनेगा।
उन्होंने कहा कि अजमेर के विकास की गति अनवरत बनी रहेगी। पहले बजट में ही 1500 करोड़ से अधिक की सौगातें मिली है। भविष्य में ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड करने पर कार्य किया जाएगा। फॉयसागर के केचमेण्ट एरीया की सुरक्षा के लिए 5 करोड़ की राशि से दीवार बनाई जानी है। झील की गहराई नरेगा के माध्यम से बढ़ाई जाएगी। सुगम यातायात के लिए रिंग रोड बनाने पर भी विचार किया जा रहा है।