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राजस्थान जोन में प्रदेश के प्रमुख उद्योगों, खनिजों, पर्यटन स्थलों तथा कला-संस्कृति के बारे में एलईडी स्क्रीन, 3-डी प्रजेंटेशन तथा विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। साथ ही, राजस्थान में नए क्षेत्रों में औद्योगिक सम्भावनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। प्रदर्शनी में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट के तहत जयपुर के सांगानेरी प्रिंट सहित अन्य जिलों के प्रमुख उत्पादों को दर्शाते हुए 3-डी तकनीक के माध्यम से राजस्थान के रमणीय एवं पर्यटन स्थलों के बारे में बताया जाएगा
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था को अगले 5 सालों में 350 बिलियन डॉलर बनाने के सफर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा। उन्होंने कहा कि 9 से 11 दिसम्बर को आयोजित होने वाला यह समिट राज्य में सम्भावनाओं के नए द्वार खोलेगा और राज्य को देश-दुनिया में निवेश के प्रमुख केन्द्र के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा।
शर्मा ने कहा कि इसमें होने वाले निवेश समझौतों से प्रदेश की हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति होगी और युवाओं के लिए भी रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ 9, 10 व 11 दिसम्बर को होने वाले विभिन्न आयोजनों, देश और विदेश से आने वाले अतिथियों के आगमन, उनके ठहरने तथा आयोजन स्थल से जुड़ी विभिन्न तैयारियों के बारे में विस्तृत चर्चा की। इस दौरान प्रमुख शासन सचिव उद्योग अजिताभ शर्मा तथा शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति रवि जैन ने अपने-अपने विभागों से जुड़ी तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। राजधानी जयपुर सहित राज्य के सभी जिलों में प्रमुख स्थानों पर इससे संबंधित होर्डिंग्स एवं बैनर लगाए जाएं।
उन्होंने अधिकारियों से सोशल मीडिया पर भी आयोजन का प्रमुखता से प्रचार करने को कहा। मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल की सजावट, अतिथियों की बैठक व्यवस्था तथा अन्य तैयारियों के विषय में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि आयोजन से जुड़ी छोटी से छोटी तैयारियों का एक विस्तृत रोड़ मैप तैयार कर उन्हें अन्तिम रूप दिया जाए।
बैठक में बताया गया कि समिट के दौरान विकसित भारत-विकसित राजस्थान थीम पर एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राजस्थान तथा समिट में भाग लेने वाले विभिन्न देशों के अलग-अलग जोन होंगे।
राजस्थान जोन में प्रदेश के प्रमुख उद्योगों, खनिजों, पर्यटन स्थलों तथा कला-संस्कृति के बारे में एलईडी स्क्रीन, 3-डी प्रजेंटेशन तथा विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। साथ ही, राजस्थान में नए क्षेत्रों में औद्योगिक सम्भावनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। प्रदर्शनी में वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट के तहत जयपुर के सांगानेरी प्रिंट सहित अन्य जिलों के प्रमुख उत्पादों को दर्शाते हुए 3-डी तकनीक के माध्यम से राजस्थान के रमणीय एवं पर्यटन स्थलों के बारे में बताया जाएगा।
शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति रवि जैन ने मुख्यमंत्री को 9 और 10 दिसम्बर को आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री शर्मा ने निर्देश दिए कि कार्यक्रमों में राजस्थान की कला और संस्कृति की छाप नजर आए तथा स्थानीय लोक कलाकारों को इसमें विशेष प्राथमिकता दी जाए।
बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) शिखर अग्रवाल, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) आलोक गुप्ता, आयुक्त उद्योग एवं वाणिज्य रोहित गुप्ता, रीको प्रबंध निदेशक इन्द्रजीत सिंह, राजस्थान फाउंडेशन आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा, अतिरिक्त आयुक्त बीआईपी सौरभ स्वामी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।