Prazna Foundation: जयपुर के विद्यालयों में प्रोजेक्ट किशोरी का सफल आयोजन

जयपुर के विद्यालयों में प्रोजेक्ट किशोरी का सफल आयोजन
Prazna Foundation Project Kishori
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जयपुर, 4 सितम्बर – राजस्थान के स्कूलों में बालिकाओं के लिए मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ‘प्रोजेक्ट किशोरी’ का आयोजन प्रजना फाउंडेशन और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के संयुक्त प्रयास से लगातार जारी है। इस पहल के तहत इस बुधवार को भांकरोटा और सिरसी स्थित दो सरकारी स्कूलों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रोजेक्ट किशोरी की शुरुआत 17 अगस्त को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा जयपुर में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के महत्व से परिचित कराना और समाज में इस विषय से जुड़े संकोच को समाप्त करना है।

मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट किशोरी की यह पहल एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल किशोरियों को मासिक धर्म से जुड़ी स्वच्छता की जानकारी मिल रही है, बल्कि उन्हें समाज में इस विषय पर संकोच से बाहर आकर अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सशक्त किया जा रहा है।

प्रोजेक्ट किशोरी: एक सार्थक पहल

भांकरोटा स्थित बासड़ी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और सिरसी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 'किशोरी क्लब' का गठन कर बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता किट वितरित की गईं। इन कार्यक्रमों में मासिक धर्म से जुड़े विषयों पर खुलकर चर्चा हुई, जहां छात्राओं को स्वच्छता बनाए रखने के उपायों और योग, आसन की महत्ता बताई गई। भांकरोटा के बासड़ी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य राजेन्द्र कुमार सूत्रकार ने प्रोजेक्ट किशोरी के इस आयोजन को एक सार्थक पहल बताया। यहां पर शिक्षिका सीमा पालीवाल, नीता सैनी, संजना शर्मा और सुमन शर्मा मौजूद रहीं।

कार्यशाला की मुख्य बातें

प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने स्कूलों में बालिकाओं से संवाद करते हुए मासिक धर्म स्वच्छता की अहमियत को विस्तार से समझाया।

उन्होंने बालिकाओं को व्यक्तिगत स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और उन्हें विशेष हाईजीन किट्स भी वितरित कीं। इस कार्यक्रम में प्रजना फाउंडेशन की प्रवक्ता विशिष्टा सिंह और स्कूल प्रधानाचार्य राजेन्द्र कुमार सूत्रकार भी मौजूद थे।

सिरसी राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में भी इसी प्रकार की कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें छात्राओं ने खुलकर प्रश्न पूछे और मासिक धर्म के समय स्वच्छता को लेकर अपनी शंकाओं का समाधान पाया। प्रधानाचार्या मंजू चौधरी ने प्रजना फाउंडेशन का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के जागरूकता अभियान बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहां शिक्षिका सुश्री सुप्रिया और कविता चतुर्वेदी भी मौजूद रहीं।

प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य

प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं और किशोरियों को स्वच्छता की अनदेखी से न केवल स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि कई बार उन्हें सामाजिक संकोच का सामना भी करना पड़ता है।

प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य न केवल बालिकाओं को स्वच्छता किट्स उपलब्ध कराना है, बल्कि उन्हें इस विषय पर खुलकर बात करने और सांस्कृतिक मिथकों को तोड़ने के लिए भी प्रोत्साहित करना है।

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