7 घंटे फंसा रहा बोरवेल में: हौसले से जिंदगी की जंग जीत गया 9 साल का मासूम, बाहर निकला तो लोगों के छलके आंसू 

अक्षित को बचाने में लगी रेस्क्यू ऑपरेशन टीम ने एक लोहे का जाल बोरवेल में डाला। यह जाल बच्चे की पीठ के पास से होता हुआ नीचे गया और नीचे जाते ही खुल गया।  अब अक्षित को अपने पैर जाल पर रखने के लिए कहा गया।

जयपुर | Jobner Borewell Accident: जयपुर के जोबनेर थाना इलाके में शनिवार सुबह बोरवेल में गिरे 9 साल के मासूम ने अपने हौसले से जिंदगी की जंग जीत ली है। 

आज सुबह करीब 7 बजे मासूम अक्षित खेलते-खेलते बोरवेल में जा गिरा था। जिसके बाद प्रशासन ने उसे बचाने के लिए जी-जान एक कर दी।

वहीं, मासूम के परिवार के साथ ग्रामिणों ने भी अक्षित उर्फ लक्की के सुरक्षित बाहर आने के लिए देवी-देवताओं को मनाया।

दरअसल, भोजपुरा गांव में अक्षित 300 फीट गहरे बोरवेल में करीब 100 फीट की गहराई पर फंस गया था। 

सूचना पर मौके पर पहुंचे प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर करीब 7 घंटे की मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

जब नन्हा लक्षित सकुशल बोरवेल से बाहर आया तो सभी की आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े।

रेस्क्यू में लगे पुलिस-प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। 

लक्षित को बचाने के लिए पुलिस-प्रशासन, सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ टीम ने भीषण गर्मी के बीच अपना काम जारी रखा। 

टीम बार-बार बोरवेल में फंसे मासूम को ग्लाूकोज और ज्यूस देती रही। 

बालक को सांस बराबर मिलती रहे इसके लिए पहले ही ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था कर दी गई थी। 

ऐसे दिया गया ऑपरेशन को अंजाम ?

अक्षित को बचाने में लगी रेस्क्यू ऑपरेशन टीम ने एक लोहे का जाल बोरवेल में डाला। यह जाल बच्चे की पीठ के पास से होता हुआ नीचे गया और नीचे जाते ही खुल गया। 

अब अक्षित को अपने पैर जाल पर रखने के लिए कहा गया। जैसे ही अक्षित ने अपने पैर जाल पर रखे वैसे ही बचाव टीम ने उसको ऊपर खींचना शुरू किया। 

इस तरह से बड़ी मशक्कत के बाद मासूम अक्षित को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। 

अक्षित के बाहर आते ही उसे तुरंत उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। जहां वह स्वस्थ्य बताया जा रहा है।