एशिया कप: भारत ने जीती ट्रॉफ़ी, पाकिस्तान से लेने से इनकार: एशिया कप 2025: भारत ने पाकिस्तान को हराकर जीता खिताब, लेकिन ट्रॉफी लेने से किया इनकार
भारत (India) ने एशिया कप (Asia Cup) जीता, पर एसीसी (ACC) अध्यक्ष मोहसिन नक़वी (Mohsin Naqvi) से ट्रॉफ़ी लेने से इनकार किया।
Dubai . भारत (India) ने एशिया कप (Asia Cup) जीता, पर एसीसी (ACC) अध्यक्ष मोहसिन नक़वी (Mohsin Naqvi) से ट्रॉफ़ी लेने से इनकार किया। एशिया कप 2025 के फ़ाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पाँच विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण था, लेकिन जीत के तुरंत बाद जो कुछ हुआ, उसने क्रिकेट जगत में एक नई बहस छेड़ दी। भारतीय टीम ने एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी से ट्रॉफ़ी लेने से इनकार कर दिया।
नक़वी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने बाद में पुष्टि की कि खिलाड़ियों ने यह फ़ैसला पहले से ही कर लिया था। मैच में पाकिस्तान का 147 रनों का लक्ष्य भारत ने 19.4 ओवर में पाँच विकेट खोकर हासिल किया, जिसमें तिलक वर्मा ने नाबाद 69 और शिवम दुबे ने 33 रन बनाए।
ट्रॉफ़ी विवाद और पुरस्कार समारोह में देरी
भारत की जीत से ज़्यादा चर्चा इस बात की हुई कि भारतीय खिलाड़ी मंच पर ट्रॉफ़ी लेने नहीं पहुँचे। जीत के तुरंत बाद होने वाला पुरस्कार वितरण समारोह करीब एक घंटे देर से शुरू हुआ। प्रसारण में पूर्व न्यूज़ीलैंड ऑलराउंडर साइमन डूल ने घोषणा की कि भारतीय टीम न तो पुरस्कार समारोह में हिस्सा लेगी और न ही ट्रॉफ़ी उठाएगी।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने पुष्टि की कि भारतीय खिलाड़ियों ने एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी से ट्रॉफ़ी स्वीकार नहीं करने का फ़ैसला लिया है। इसी कारण विजेता टीम मंच पर नहीं आई और ट्रॉफ़ी कप्तान को नहीं दी गई।
व्यक्तिगत पुरस्कार विजेता जैसे तिलक वर्मा, अभिषेक शर्मा और कुलदीप यादव अपने पुरस्कार लेने पहुँचे, लेकिन उन्होंने मोहसिन नक़वी की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। रॉयटर्स के मुताबिक़, नक़वी अकेले ऐसे शख़्स थे, जिन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के लिए तालियाँ तक नहीं बजाईं। आयोजकों को ट्रॉफ़ी ड्रेसिंग रूम में ले जानी पड़ी।
राजनीतिक बयानबाज़ी: मोदी बनाम नक़वी
भारत की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर टीम को बधाई दी और 'ऑपरेशन सिंदूर' का ज़िक्र किया, जो पहलगाम हमले के बाद सैन्य कार्रवाई का नाम था। उन्होंने लिखा, "खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर।
नतीजा वही है - भारत जीतता है।" प्रधानमंत्री के इस पोस्ट पर एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अगर युद्ध आपके गर्व का पैमाना है, तो इतिहास पहले ही भारत की पाकिस्तान के हाथों मिली बेइज़्ज़ती की हार को दर्ज कर चुका है और कोई क्रिकेट मैच उस सच को नहीं बदल सकता।
युद्ध को खेल में घसीटना निराशा और खेल भावना का अपमान है।" केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी टीम को बधाई देते हुए कहा, "भारत की जीत निश्चित है चाहे मैदान कोई भी हो।"
भारतीय टीम का सामूहिक फ़ैसला और बीसीसीआई की प्रतिक्रिया
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में ट्रॉफ़ी न लेने के फ़ैसले को टीम का सामूहिक फ़ैसला बताया। उन्होंने कहा, "यह फ़ैसला हमने मैदान पर ही लिया, हमें किसी ने नहीं बोला ऐसा करने के लिए।"
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया नेसाफ़ किया कि भारतीय टीम ने पाकिस्तान के नेता और एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी से ट्रॉफ़ी न लेने का फ़ैसला किया है और इस पर नवंबर में दुबई में आईसीसी सम्मेलन में आधिकारिक विरोध दर्ज कराया जाएगा।
उन्होंने कहा, "हम आशा करते हैं कि ट्रॉफ़ी और पदक जल्द से जल्द भारत को लौटा दिए जाएंगे।" बीसीसीआई ने भारतीय टीम को 21 करोड़ रुपये का नकद इनाम देने की भी घोषणा की।
पाकिस्तान के कप्तान की निराशा और 'दौर' का तर्क
मैच के बाद पाकिस्तान के कप्तान सलमान आग़ा ने भारतीय खिलाड़ियों के हैंडशेक न करने और ट्रॉफ़ी न लेने के व्यवहार को निराशाजनक बताया। उन्होंने इसे क्रिकेट का अनादर करार दिया। सलमान आग़ा ने कहा, "जो क्रिकेट का अपमान करता है, वो कहीं न कहीं सामने आ ही जाता है।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट की शुरुआत में उनसे हैंडशेक किया था, लेकिन मैदान पर सबके सामने ऐसा नहीं हुआ। लगातार हार पर उन्होंने माना कि टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, लेकिन इसे उन्होंने 'दौर' से जोड़ा। उन्होंने कहा, "अभी शायद उनका दौर चल रहा है। जैसे 90 के दशक में हम उन्हें हराते थे, वैसे ही आज उनका एरा है और वो हमें हरा रहे हैं।"
पिछले मैचों में भी तनाव
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच तीनों मैचों में मैदान के बाहर तनाव देखने को मिला। शुरुआती मैच से ही भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था।
उस जीत के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने यह जीत पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों को समर्पित की थी।
पहले ग्रुप मैच में टॉस के समय भी दोनों कप्तानों ने रस्मी हैंडशेक नहीं किया था, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मैच रेफ़री एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी। तब सूर्यकुमार यादव ने कहा था, "कुछ चीजें खेल भावना से भी बड़ी होती हैं।"