Bollywood: भारतीय सिनेमा के निर्देशक महेश भट्ट

महेश भट्ट ने अपने करियर की शुरुआत बतौर सहायक निर्देशक की। 1974 में उन्होंने फिल्म मंजिलें और भी हैं

महेश भट्ट

Cinema  | महेश भट्ट भारतीय फिल्म उद्योग के उन गिने-चुने निर्देशकों में से एक हैं जिन्होंने सिनेमा को एक नई दिशा और परिभाषा दी। उनकी फिल्मों में एक अनोखी गहराई, संवेदनशीलता और यथार्थवाद देखने को मिलता है। 20 सितंबर 1948 को जन्मे महेश भट्ट का बचपन मुंबई में बीता। उनकी मां शिरीन मोहम्मद अली एक गुजराती मुस्लिम थीं, और उनके पिता नानाभाई भट्ट एक हिंदू ब्राह्मण थे। यह मिश्रित सांस्कृतिक पृष्ठभूमि उनके व्यक्तित्व और फिल्मों में स्पष्ट झलकती है।

महेश भट्ट ने अपने करियर की शुरुआत बतौर सहायक निर्देशक की। 1974 में उन्होंने फिल्म मंजिलें और भी हैं से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। लेकिन उन्हें असली पहचान 1982 में आई फिल्म अर्थ से मिली। यह फिल्म महेश भट्ट के व्यक्तिगत जीवन पर आधारित थी और इसमें रिश्तों की जटिलताओं को गहराई से दर्शाया गया था। इस फिल्म ने न केवल आलोचकों की प्रशंसा पाई, बल्कि भारतीय सिनेमा में यथार्थवादी फिल्मों की परंपरा को भी मजबूती प्रदान की।

महेश भट्ट ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं जो आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं।

  • सारांश (1984): इस फिल्म में एक वृद्ध दंपति की कहानी को बेहद प्रभावी तरीके से पेश किया गया।
  • जानम (1985): एक अनोखी प्रेम कहानी जिसने युवा दर्शकों को आकर्षित किया।
  • डैडी (1989): इस फिल्म में पिता-पुत्री के रिश्ते को भावनात्मक गहराई से दिखाया गया।
  • आशिकी (1990): रोमांस और संगीत की इस क्लासिक फिल्म ने युवाओं के बीच धूम मचा दी।
  • ज़ख्म (1998): सांप्रदायिकता और व्यक्तिगत संघर्ष पर आधारित इस फिल्म ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।

महेश भट्ट ने अपनी फिल्मों में समाज के कई ज्वलंत मुद्दों को उठाया। उनके निर्देशन में बनी फिल्में न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती हैं। उनकी फिल्मों में मानव संवेदनाओं और सामाजिक जटिलताओं को गहराई से दिखाया गया है।

महेश भट्ट ने निर्देशन के साथ-साथ पटकथा लेखन और निर्माण में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उनकी प्रोडक्शन कंपनी विशेष फिल्म्स ने कई सफल फिल्मों का निर्माण किया है। महेश भट्ट ने अपने भाई मुकेश भट्ट के साथ मिलकर राज़, जहर, मर्डर जैसी सफल फिल्में प्रोड्यूस कीं।

महेश भट्ट एक बेबाक और स्पष्टवादी व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। उनका निजी जीवन और बयानों ने उन्हें कई बार विवादों में घेरा। बावजूद इसके, उन्होंने अपने काम और विचारों से कभी समझौता नहीं किया।