गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप: बाबूलाल कटारा हर 15 दिन में जाता था सीएम हाउस, राजेन्द्र राठौड़ का दावा

शिक्षक भर्ती से जुड़े पेपर लीक मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राठौड़ ने दावा किया है कि पेपर लीक में पकड़े गए आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा हर 15 दिन में मुख्यमंत्री आवास जाते थे।

Rajendra Rathore

सीकर | राजस्थान में इस साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग लगातार बढ़ती जा रही है।

राजस्थान में प्रतियोगिताओं के लीक होते पेपर मामले ने सत्तारूढ़ गहलोत सरकार को पूरे देश में चर्चित कर रखा है। ऐसे में राजस्थान भाजपा राज्य सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है।

जहां एक और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अपने तीखे बयानों से कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी हुई हैं वहीं प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी भी कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं।

अब शिक्षक भर्ती से जुड़े पेपर लीक मामले में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

राठौड़ ने दावा किया है कि पेपर लीक में पकड़े गए आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा हर 15 दिन में मुख्यमंत्री आवास जाते थे।

सीकर में मीडिया से बातचीत के दौरान राठौर ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए उनकी भूमिका पर ही सवाल उठा दिया है।

राठौर का आरोप है कि आरपीएसी जैसी संवैधानिक संस्था में सीएम खुद सदस्यों को नामजद करते हैं। ऐसे में उन्होंने बाबूलाल कटारा जैसे सदस्य को कैसे नामजद कर दिया।

बाबूलाल कटारा अब तक हुए सब-इंस्पेक्टर साक्षात्कार में सबसे ज्यादा बैठे हैं। ऐसे में कटारा के सक्षम हुई हर एक परीक्षा और साक्षात्कार पर सवाल खड़ा हो गया है।

राठौड़ ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने और पेपर लीक में शामिल मददगारों का पर्दाफाश करने की मांग की है।

डोटासरा को भी नहीं बख्शा

राजेन्द्र राठौड़ केवल सीएम गहलोत तक ही चुप नहीं रहे बल्कि उन्होंने पीसीसी प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा की भी नहीं बख्शा। 

राठौड़ ने डोटासरा की आलोचना करते हुए कहा कि, इस बार चुनावों में कांग्रेस की करारी हार होगी और उसके जिम्मेदार डोटासरा होंगे।

उन्होंने दावा किया है कि राजस्थान की सरकार झूठ और लूट पर चल रही है और आरईईटी पेपर और आरपीएससी में उम्मीदवारों के चयन में भाई-भतीजावाद का बोलबाला हो गया है।

वहीं दूसरी ओर, आरपीएससी पेपर लीक प्रकरण में आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा को रिमांड पर लिए जाने के बाद एसओजी डूंगरपुर सुभाष नगर में उनके निवास पर लेकर आई, जहां पर एसओजी ने करीब साढ़े 7 घंटे तक उनसे पूछताछ की और घर में सर्च अभियान चलाया।