सिरोही में चोरी: लोढ़ा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन: सिरोही में चोरी की घटनाओं पर संयम लोढ़ा ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
सिरोही (Sirohi) में चोरी की बढ़ती घटनाओं पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा (Sanyam Lodha) ने राज्यपाल (Governor) को ज्ञापन सौंपा, पुलिस-प्रशासन (Police-Administration) पर लापरवाही का आरोप लगाया।
सिरोही। राजस्थान के सिरोही जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं ने ग्रामीणों और पूर्व विधायक संयम लोढ़ा को चिंता में डाल दिया है। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने और पुलिस-प्रशासन की कथित लापरवाही के खिलाफ पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़ को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में लोढ़ा ने पुलिस-प्रशासन की उदासीनता और निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठाते हुए तुरंत और प्रभावी कार्रवाई की मांग की है, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बहाल हो सके और ग्रामीणों को राहत मिल सके।
चोरी की घटनाओं का बढ़ता ग्राफ और प्रशासन की चुप्पी
संयम लोढ़ा ने अपने ज्ञापन में बताया कि बरलूट थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। चौंकाने वाली बात यह है कि अकेले वर्ष 2025 में इस थाना क्षेत्र में 50 से अधिक चोरियां हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस एक भी मामले का खुलासा करने में सफल नहीं रही है। इस स्थिति ने ग्रामीणों में गहरा असंतोष और आक्रोश पैदा कर दिया है। ग्रामीणों ने कई बार कलेक्ट्रेट पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन उन्हें हर बार बिना सुनवाई के खदेड़ दिया गया, जिससे उनकी निराशा और बढ़ गई।
पुलिस के आश्वासन के बावजूद हालात जस के तस
ज्ञापन में लोढ़ा ने आरोप लगाया कि जब ग्रामीणों ने इन घटनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया, तो तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनिल बेनिवाल ने स्वयं गांव आकर चोरियों का खुलासा करने का आश्वासन दिया था। हालांकि, इस आश्वासन के बावजूद जमीनी हकीकत नहीं बदली। बल्कि, हालात और बिगड़ गए और चोरी की घटनाएं कम होने के बजाय और बढ़ गईं। बरलूट, भूतगाँव, जाबोतरा, जावाल सहित कई गांवों में चोर बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे ग्रामीण भय के साए में जीने को मजबूर हैं।
सीसीटीवी फुटेज भी नाकाम, पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
लोढ़ा ने यह भी उल्लेख किया कि मनोरा गांव के ग्रामीणों ने चोरों का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपा था। इस फुटेज में चोर साफ-साफ दिखाई दे रहे थे, जो पुलिस के लिए जांच में एक महत्वपूर्ण सुराग हो सकता था। इसके बावजूद, पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इस निष्क्रियता ने ग्रामीणों में पुलिस के प्रति गहरा अविश्वास पैदा कर दिया है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि पुलिस अब ग्रामीणों को ही मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रही है, जिससे ग्रामीण और भी डरे हुए हैं।
आमरण अनशन और न्याय की मांग
वर्तमान में, बरलूट थाना क्षेत्र में ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन जारी है और अपनी मांगों को लेकर पांच लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं। संयम लोढ़ा ने राज्यपाल से मांग की है कि इस पूरे मामले में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता की प्रशासनिक जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और ग्रामीणों को न्याय दिलाने की अपील की है, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल फिर से स्थापित हो सके।