Rajasthan: श्रीगंगानगर: जर्मन दंपति धर्मांतरण आरोप में हिरासत में, अवैध चर्च का भंडाफोड़
श्रीगंगानगर (Sriganganagar) के श्रीकरणपुर (Sri Karanpur) में एक जर्मन दंपति पर अवैध रूप से धर्मांतरण (conversion) कराने का आरोप लगा है। विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल (Bajrang Dal) की सूचना पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। किराए के मकान में गुप्त रूप से चर्च (church) चलाया जा रहा था।
श्रीगंगानगर: श्रीगंगानगर (Sriganganagar) के श्रीकरणपुर (Sri Karanpur) में एक जर्मन दंपति पर अवैध रूप से धर्मांतरण (conversion) कराने का आरोप लगा है। विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और बजरंग दल (Bajrang Dal) की सूचना पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया।
किराए के मकान में गुप्त रूप से चर्च (church) चलाया जा रहा था। श्रीकरणपुर में वार्ड नंबर 22 स्थित लक्कड़ मंडी में, श्री गुरुनानक दरबार गुरुद्वारे के पास, एक नवनिर्मित किराए के मकान में यह अवैध गतिविधि चल रही थी।
गुरुवार देर रात सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। इसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ।
आरोप है कि जर्मनी के स्वैन बॉज बेट जलेर और उनकी पत्नी संदरा सहित कुछ अन्य लोग लोगों को पैसे और अन्य लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए भ्रमित कर रहे थे। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।
हिरासत में लिए गए लोग और पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने जर्मनी के दंपति स्वैन बॉज बेट जलेर और संदरा को हिरासत में लिया। उनके साथ संतोष वर्गीसी (कर्नाटक), मैथ्यू (केरल), बलजिंदर सिंह खोसा और राजेश कंबोज उर्फ पोपी को भी हिरासत में लिया गया।
देर रात तक चर्च के बाहर और थाने के सामने बड़ी संख्या में हिंदू व सिख संगठनों के लोग जमा रहे। माहौल तनावपूर्ण हो गया था।
सीओ पुष्पेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंचकर लोगों से पूछताछ की और स्थिति को नियंत्रित किया। विश्व हिंदू परिषद ने अवैध धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए थाने में एक परिवाद भी दिया है।
विरोध करने वालों में श्याम सिंह राजपुरोहित, चिराग, अशोक जोशी और गुंटूर गुंबर सहित कई लोग शामिल थे। पुलिस ने धर्मांतरण कराने के आरोप में जर्मन दंपति को देर रात हिरासत में लिया।
संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र में विदेशी नागरिकों की आवाजाही
पुलिस के अनुसार, श्रीकरणपुर भारत-पाक सीमा से सटा एक संवेदनशील क्षेत्र है। यहां विदेशी नागरिकों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध है।
जर्मन दंपति ने बिना अनुमति के इस क्षेत्र में प्रवेश किया था। यह गुप्त कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, जिससे धार्मिक भावनाएं भड़कने का खतरा था। हिरासत में लिए गए सभी छह लोगों से गहन पूछताछ जारी है।
यह मकान जोगेंद्र सिंह पेटीवाले के परिवार का है, जिसे किराए पर दिया गया था। गली के लोगों को भी इस बात की भनक नहीं थी कि मकान में क्या चल रहा है।
पिछले कुछ दिनों से यहां संदिग्ध लोगों का आना-जाना बढ़ गया था, जिनमें विदेशी भी शामिल थे। सीआईडी के खुफिया विभाग को भी सूचना मिली और वे मौके पर पहुंचे।
राजस्थान में धर्मांतरण विरोधी कानून और पिछले मामले
राजस्थान में धर्मांतरण विरोधी नए कानून के बाद श्रीगंगानगर जिले में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। 16 सितंबर को अनूपगढ़ में पहला मामला दर्ज हुआ था, जहां पादरी पोलस बारजो पर आरोप लगे थे।
वह 2008 से सीमावर्ती क्षेत्र में धर्मांतरण का एक रैकेट चला रहा था। पिछले तीन महीनों में जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से ही धर्मांतरण के चार मामले सामने आए हैं।
सीमावर्ती क्षेत्र में धर्मांतरण के हालिया मामले:
- 16 सितंबर, अनूपगढ़: संदीप कुमार की शिकायत पर पादरी पोलस बारजो, विनोद कुमार और उसके बेटे आर्यन पर मामला दर्ज।
- 6 अक्टूबर, हिंदूमलकोट: सतनाम सिंह की शिकायत पर पादरी बग्गू सिंह और उसके बेटे अमनदीप पर मामला दर्ज।
- 11 अक्टूबर, अनूपगढ़: राजविंद्र सिंह की शिकायत पर सास, साले और दो पादरियों पर जबरन धर्मांतरण की कोशिश का आरोप।
- अब श्रीकरणपुर में जर्मन दंपति वाला यह मामला सामने आया है।
गरीबों को निशाना बनाना और राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा
ईसाई मिशनरियां एनजीओ के जरिए विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल कर रही हैं। वे गरीबों को आर्थिक लालच देकर उनका धर्म बदलवा रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है ताकि भविष्य में इन धर्मांतरित लोगों से गोपनीय जानकारी जुटाई जा सके। इस जानकारी का उपयोग भारत के खिलाफ किया जा सकता है।
सीमावर्ती क्षेत्र में ऐसी गतिविधियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। देर रात तक माहौल गर्म रहा और पुलिस पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।