Sanchore Rajasthan: सुराचंद में किसानों का तीसरे दिन धरना, आज से भूख हड़ताल शुरू
सुराचंद ग्राम पंचायत (Surachand Gram Panchayat) के किसानों का धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा। किसान भंवराराम (Bhanwararam), रामजीवन (Ramjeevan) और ओमप्रकाश सुथार (Omprakash Suthar) ने बताया कि आज से वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्हें रबी-खरीफ फसल का अनुदान व बीमा राशि नहीं मिली है।
डूंगरी: सुराचंद ग्राम पंचायत (Surachand Gram Panchayat) के किसानों का धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा। किसान भंवराराम (Bhanwararam), रामजीवन (Ramjeevan) और ओमप्रकाश सुथार (Omprakash Suthar) ने बताया कि आज से वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्हें रबी-खरीफ फसल का अनुदान व बीमा राशि नहीं मिली है।
भूख हड़ताल का ऐलान और किसानों की प्रमुख मांगें
सुराचंद ग्राम पंचायत के किसानों का धरना प्रदर्शन आज तीसरे दिन भी जारी रहा। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण ग्राम पंचायत मुख्यालय के गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान भंवराराम, रामजीवन और ओमप्रकाश सुथार ने बताया कि आज से किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे। यह कदम उनकी मांगों पर ध्यान न दिए जाने के विरोध में उठाया गया है।
अनुदान और बीमा राशि में देरी से आक्रोश
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें वर्ष 2022, 2023 और 2024 की रबी और खरीफ फसल का आदान-अनुदान अब तक नहीं मिला है। यह राशि किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
इसके साथ ही, फसल बीमा की राशि भी किसानों के खातों में नहीं आई है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई है। किसानों का कहना है कि पड़ोसी ग्राम पंचायतों को सहायता मिल चुकी है, लेकिन सुराचंद ग्राम पंचायत की कई समस्याएँ अभी भी लंबित हैं।
अधिकारियों पर मनमानी और लापरवाही का आरोप
धरना स्थल पर किसानों ने पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी (VDO) और ई-मित्र संचालक को हटाने की भी मांग की। किसानों का आरोप है कि ये अधिकारी लंबे समय से उनकी समस्याओं को नहीं सुनते और मनमानी करते हैं।
किसानों का कहना है कि इन अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। वे चाहते हैं कि इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
धरने में बड़ी संख्या में किसानों की भागीदारी
इस दौरान हीराराम देवासी, सोनाराम माली, जयसिंह, कादरखान और कालूराम सहित बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई।
किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका यह प्रदर्शन जारी रहेगा।