भागदौड़ से राहत: बांसवाड़ा जिले को राज्य सरकार की बड़ी सौगात, अब हाथों-हाथ हो सकेगा काम
- अब टीबी जांच के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़़ेगी। - हाथों-हाथ मिलेगी जांच रिपोर्ट। - टीबी मुक्त अभियान और भी कारगर हो सकेगा।
बांसवाड़ा | बांसवाड़ा जिले के लोगों के लिए एक बेहद ही राहतभरी खबर है। प्रदेश की गहलोत सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से बांसवाडावासियों के स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुए जिले को नए चिकित्सा उपकरण दिए गए हैं।
ऐसे में अब गांवों में निवास कर रहे लोगों को टीबी की जांच के लिए उदयपुर नहीं जाना पड़ेगा। वे टीबी की जांच अपने जिले में ही करवा सकेंगे। इसके लिए जिला चिकित्सा विभाग को टीबी जांच के लिए 15 नई मशीनें दी गई हैं।
अब इन मशीनों से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को जिला चिकित्सालय में टीबी जांच के लिए भागदौड़ नहीं करनी पड़़ेगी। अब ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सरकारी चिकित्सालय में ही टीबी की मशीनों से टीबी की जांच आसानी से हो जाएगी।
हाथों-हाथ मिलेगी जांच रिपोर्ट
दरअसल, राजस्थान के बांसवाड़ा जिला क्षय निवारण केंद्र को टीबी जांच की 15 मशीनें मिली हैं। ऐसे में टीबी के मरीजों को जांच के लिए उदयपुर नहीं जाना होगा। इन मशीनों के मिलने से यहीं पर उनकी जांच हो जाएगी और मरीजों को जांच रिपोर्ट भी हाथों-हाथ मिल जाएगी।
अस्पताल में 15 नई मशीनें
राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से नई मषीने मिलने की जानकारी देते हुए लैब टेक्नीशियन ने बताया कि अब इन मशीनों के मिलने से जिले में कुल 18 मशीनें हो गई है। अभी तक प्रत्येक दिन अस्पताल में करीब 20 से 25 मरीजों की जांच होती थी जो अब बढ़ जाएगी।
उनके अनुसार, अब नई मशीनों के आने से टीबी के मरीजों के सौ से ज्यादा सैंपल लिए जा सकेंगे और जांच रिपोर्ट भी तुरंत उपलब्ध हो सकेगी। अधिक से अधिक टीबी मरीजों का इलाज संभव होने से टीबी मुक्त अभियान और भी कारगर हो सकेगा।
जिला क्षय निवारण केंद्र बांसवाड़ा और जिले के ग्रामीण चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर भी इन नई मशीनों को आवंटित किया गया है। ऐसे में हर स्तर पर ग्रामीणों को इनका लाभ मिल सकेगा।
इसके अलावा रिपोर्ट के लिए मरीजों को अब ज्यादा दिन तक इंतजार नहीं करनाा पड़ेगा और समय पर उनका इलाज संभव हो पाएगा।