अब एसीबी आई एक्शन में: IAS मेघराज सिंह के घर ACB का छापा, दूसरे अधिकारियों में हड़कंप
शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने राजस्थान के सीनियर आईएएस मेघराज सिंह रत्नू (Meghraj Singh Ratnoo) के घर पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है।
जयपुर | राजस्थान में चुनावी घमासान के बीच ED और ACB ने भी जमकर हड़कंप मचा दिया है।
गुरूवार को कांग्रेस नेताओं पर ईडी की छापेमारी के बाद आज शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने राजस्थान के सीनियर आईएएस मेघराज सिंह रत्नू (Meghraj Singh Ratnoo) के घर पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है।
आज सुबह (ACB) की टीम ने जयपुर और सीकर जिले में मेघराज सिंह के ठिकानों छापेमारी की है। मेघराज सिंह रतनू सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार हैं।
एसीबी टीम जगतपुर के एनआरआई कॉलोनी में उनके घर और उनके ऑफिस पर सर्च कर रही है।
उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को को लेकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
बताया जा रहा है कि जयपुर सहित उनके ससुराल में भी एसीबी की टीम पहुंची है।
ईडी और एसीबी की छापेमारी से प्रदेश के कई अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
इससे पहले एसीबी ने उन पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा किया था। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए रेड डाली गई है।
एसीबी मुख्यालय को मिली शिकायत के बाद इंटेलीजेंस ब्रांच आईएएस रत्नू पर नजर रखे हुए थी। जानकारी के अनुसाार, एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमन्त प्रियदर्शी के निर्देशन में टीम रत्नू के ठिकानों पर कार्रवाई को अंजाम दे रही है।
कौन हैं IAS मेघराज सिंह रत्नू
चुनावी सीजन में एसीबी के हत्थे चढ़े आईएएस मेघराज सिंह रत्नू नेशल हेल्थ मिशन के एडिशनल मिशन डायरेक्टर रह चुके हैं।
इसी के साथ वे हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में कमिश्नर भी रह चुके हैं। रत्नू साल 2019 में जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के कमिश्नर भी रहे, लेकिन उन्हें एपीओ कर दिया गया था।
इसके बाद साल 2021 में उन्हें हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट में पदस्थ किया गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और ओम प्रकाश हुडला के के घर ईडी की रेड
आपको बता दें कि गुरुवार को ही राजस्थान में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस प्रत्याशी ओम प्रकाश हुडला के ठिकानों पर भी ईडी ने बड़ी कार्रवाई की थी।
जिसके बाद से ही राजस्थान की राजनीति में जबरदस्त उबाल देखा जा रहा है।
जांच एजेंसियों की इन कार्रवाई को लेकर अशोक गहलोत सरकार लगातार केंद्री की मोदी सरकार को निशाना बना रही है।