ACB की बड़ी कार्रवाई: भ्रष्टाचार को लेकर गरमाई सियासत के बीच ACTO 6.10 लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
एसीबी ने शुक्रवार को राजधानी जयपुर और बीकानेर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर जयपुर में एसीटीओ को 6.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इसी तरह से ACB ने बीकानेर में भी कार्रवाई करते हुए एक कर्मचारी को घूस लेते पकड़ा है।
जयपुर | महिला अपराध और भ्रष्टाचार जैसे अपराधों को लेकर गरमायी राजस्थान की सियासत के बीच एक बार फिर से भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सरकारी अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
एक के बाद एक लगातार दो जिलों में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसीबी ने शुक्रवार को राजधानी जयपुर और बीकानेर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर जयपुर में एसीटीओ को 6.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
इसी तरह से ACB ने बीकानेर में भी कार्रवाई करते हुए एक कर्मचारी को घूस लेते पकड़ा है।
जयपुर एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए झालाना में असिस्टेंट कमर्शियल टैक्स ऑफिसर (एसीटीओ) को घूस के तौर 6.10 लाख रुपए की राशि के साथ गिरफ्तार किया है।
एसीटीओ प्रियंका शर्मा ने परिवादी से केस को कमजोर करने की एवज में रुपयों की मांग की थी।
एसीबी के अनुसार, जयपुर एसीबी पर परिवादी ने शिकायत दी थी। जिसमें उसने कहा था कि 6 जुलाई को परिवादी की फर्म में सर्वे किया था।
परिवादी के अनुसार, उनके खिलाफ दर्ज केस को कमजोर करने के लिए एसीटीओ प्रियंका शर्मा ने 28 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।
जिसके बाद 13.50 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। इस दौरान आरोपी प्रियंका शर्मा ने परिवादी के टैक्स के रूप में 7.28 लाख रूपए जमा करवाएं।
ऑडियो-वीडियो करवाए उपलब्ध
परिवादी ने एसीबी टीम को इस बाबत ऑडियो और वीडियो भी उपलब्ध करवाऐ। जिसके बाद एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करते हुए जाल बिछाया और एसीटीओ प्रियंका शर्मा ने जैसे ही परिवादी से 6.10 लाख रुपए की रिश्वत ली, उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
बीकानेर में पंजीयन कार्यालय में भी हुई कार्रवाई
राजधानी जयपुर के अलावा एसीबी ने बीकानेर में भी पंजीयन कार्यालय के कर्मचारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
बीकानेर पंजीयन एवं मुद्रांक कार्यालय के एक कर्मचारी ने रिकॉर्ड से कुछ कागजात देने के नाम पर 1500 रुपए की घूस मांगी थी।
जिस पर एक हजार रुपए में सौदा तय किया गया और उसे रुपये लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।