गहलोत पर तंज: अंता उपचुनाव: लोकेश शर्मा ने गहलोत को बताया 'मौकापरस्त', 'श्रेय बहादुर'
अंता (Anta) उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) की जीत के बाद पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ओएसडी (OSD) रहे लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) ने उन्हें बधाई दी। हालांकि, उन्होंने बिना नाम लिए गहलोत को 'मौकापरस्त' और 'श्रेय बहादुर' बताया।
जयपुर: अंता (Anta) उपचुनाव में कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) की जीत के बाद पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ओएसडी (OSD) रहे लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) ने उन्हें बधाई दी। हालांकि, उन्होंने बिना नाम लिए गहलोत को 'मौकापरस्त' और 'श्रेय बहादुर' बताया।
अंता उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया की जीत के बाद बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने भी भाया को जीत की बधाई दी। उन्होंने पार्टी के प्रदेश संगठन की रणनीति और कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना की।
अंता उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर बधाई
लोकेश शर्मा ने अंता उपचुनाव में कांग्रेस की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि अंता उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया जी को जीत की हार्दिक बधाई। लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन के पश्चात अब विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की जय हुई है।
शर्मा ने इस जीत का श्रेय प्रदेश कांग्रेस संगठन की रणनीति और कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को दिया। उन्होंने सभी को बधाई देते हुए मतदाताओं का बहुत-बहुत धन्यवाद किया।
पूर्व सीएम पर लोकेश शर्मा का तीखा तंज
वहीं इस पोस्ट के दूसरे भाग में लोकेश शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बिना नाम लिए तीखा निशाना साधा है। जिसमें उन्हें 'मौकापरस्त, आदतन बयानवीर और श्रेय बहादुर' बताया गया है। यह तंज राजस्थान की राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
उन्होंने पोस्ट में पूर्व सीएम गहलोत का नाम लिए बिना पूछा कि ये नेता बिना किसी भूमिका के बावजूद सबसे पहले आगे आकर अपनी पीठ ठोकने के प्रयासों में लग चुके हैं। यह टिप्पणी स्पष्ट रूप से पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत की ओर इशारा करती थी।
गहलोत से पूछा जिम्मेदारी का सवाल
लोकेश शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री से सीधा सवाल पूछा। उन्होंने कहा, "राजस्थान विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री रहते हुए, तमाम कंट्रोल अपने हाथ में और एकतरफ़ा फैसले लेने के बाद भी कांग्रेस पार्टी की सरकार रिपीट न करवा पाने की जिम्मेदारी कब लेंगे?"
यह बयान ऐसे समय में आया है जब राजस्थान कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के बाद भी आंतरिक खींचतान जारी है। शर्मा का यह तंज कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी और नेतृत्व को लेकर उठते सवालों को और गहरा करता है। अंता उपचुनाव की जीत के बाद जहां एक ओर जश्न का माहौल है, वहीं इस तरह के बयानों ने राजनीतिक गरमाहट बढ़ा दी है।