राजस्थान: भीनमाल के व्यापारी युवक की चीन में हत्या, किडनैपर को 1 करोड़ नहीं दिए तो चौथी मंजिल से फेंक दिया, शव भारत लाने की कवायद
भीनमाल के व्यापारी युवक की चीन में हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है एक किडनैपर को 1 करोड़ नहीं दिए तो उसने युवक को चौथी मंजिल से फेंक दिया, शव भारत लाने की कवायद में जालोर के सांसद लुम्बाराम चौधरी जुटे हैं।
भीनमाल (जालोर) | राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल में रहने वाले एक युवक सतीश माली का चीन में अपहरण कर लिया गया और किडनैपर्स ने उसके परिवार से 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। जब परिवार पैसे नहीं दे सका, तो किडनैपर्स ने सतीश को चार मंजिला इमारत से नीचे फेंक कर उसकी हत्या कर दी। सतीश के परिवार का शक उसके बिजनेस पार्टनर पर है, जो इस घटना के पीछे हो सकता है। इस हादसे से सतीश के घर में कोहराम मचा हुआ है और परिवार को अब तक यकीन नहीं हो पा रहा है कि सतीश अब इस दुनिया में नहीं रहा।
भीनमाल के भागल भीम रोड पर रहने वाला सतीश माली बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार से था। उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। सतीश की माँ का करीब 20 साल पहले बीमारी से निधन हो गया था, जिसके बाद सतीश के पिता नरसाराम ने अकेले तीन बेटों और एक बेटी की परवरिश की। सतीश सबसे छोटा बेटा था और उसने 12वीं कक्षा के बाद ही काम करना शुरू कर दिया था। सतीश के बड़े भाई भरत और हितेश भीनमाल में ही प्राइवेट नौकरी करते हैं।
दो साल पहले, सतीश ने चीन से मोबाइल पार्ट्स लाकर भारत में बेचने का व्यवसाय शुरू किया था। इसके लिए वह गुआंगजो शहर जाता था और वहां से हर महीने मोबाइल पार्ट्स लाकर बेचता था। इस दौरान वह 15 से 20 दिन चीन में रहता था। शुरुआत में वह वाइजन नाम के व्यापारी के साथ काम कर रहा था, जिसने उसे चीन बुलाया था। बाद में सतीश ने वाइजन के साथ काम छोड़कर केविन नाम के व्यक्ति के साथ काम करना शुरू किया। लेकिन, कुछ समय बाद दोनों के बीच विवाद हो गया।
अपहरण और फिरौती की मांग
21 जून की रात को सतीश के अपहरणकर्ताओं ने उसके सूरत में रहने वाले दोस्त कल्पेश कुमार प्रजापत को वॉट्सऐप कॉल करके 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। किडनैपर्स ने कहा कि पैसे मुंबई में हवाला के जरिए एक व्यापारी को देने होंगे। जब परिवार पैसे नहीं जुटा सका, तो किडनैपर्स ने सतीश की हत्या कर दी।
सतीश के पिता नरसाराम ने बताया कि 22 जून तक वे पैसे नहीं जुटा सके। इस पर किडनैपर्स ने फिर फोन करके धमकी दी कि अगर पैसे जल्दी नहीं दिए गए तो वे सतीश को जान से मार देंगे। 24 जून को किडनैपर्स ने सतीश के भाई को फोन करके कहा कि पैसे हवाला के जरिए मुंबई में पारस चौधरी नाम के व्यापारी को देने होंगे।
भारतीय दूतावास से संपर्क
पैसे न जुटा पाने पर सतीश के भाई हितेश ने 23 जून को भारतीय दूतावास में ईमेल करके अपने भाई की किडनैपिंग की जानकारी दी। इसके बाद 26 जून को भारतीय दूतावास ने हितेश को फोन करके बताया कि सतीश की मौत हो गई है। उसकी लाश चीन के गुआंगजो शहर में चार मंजिला इमारत से गिरने के कारण मिली है।
इस चित्र में दिख रहे युवक का नाम चीन के गुआंगजो शहर का वाइजन बताया जा रहा है। कहा जा रहा है इसी चीन आकर मोबाइल पाट्र्स का बिजनेस करने के लिए सतीश को बुलाया था।
शव लाने में कठिनाई
सतीश के परिवार को अब तक वीजा नहीं मिल पाया है जिससे वे सतीश का शव भारत नहीं ला पा रहे हैं। सतीश के चाचा मोहनलाल ने बताया कि सतीश का शव लाने के लिए उसका भाई भरत और रिश्तेदार दिल्ली गए हैं। लेकिन, उन्हें वीजा नहीं मिल रहा है। परिवार ने सरकार से सतीश के भाई को जल्द से जल्द वीजा दिलाने और सतीश के शव को भारत लाने की अपील की है। परिवार ने किडनैपर और उनके साथ मिले मुंबई के हवाला व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।
सांसद लुंबाराम चौधरी की कार्रवाई
जालोर सांसद लुंबाराम चौधरी ने 26 जून को केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर सतीश का शव जल्द भारत मंगवाने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने चीन के दूतावास से संपर्क करके सतीश का शव जल्दी भारत लाने और परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। सांसद ने सतीश की हत्या में भी जांच कर कार्रवाई करवाने के लिए लिखा है।