Highlights
- जयपुर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में नकली नोट फैक्ट्री का पर्दाफाश किया।
- गिरोह का मास्टरमाइंड गौरव पुंडीर सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया।
- फैक्ट्री से 6.51 लाख रुपए के नकली नोट और उपकरण बरामद हुए।
- नकली नोट चंडीगढ़ और कश्मीर सहित कई जगहों पर खपाए जा रहे थे।
जयपुर: जयपुर पुलिस (Jaipur Police) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) में नकली नोट छापने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड गौरव पुंडीर (Gaurav Pundir) को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह चंडीगढ़ (Chandigarh) और कश्मीर (Kashmir) तक जाली नोट खपा रहा था।
जयपुर पुलिस ने जाली नोट छापने और बाजार में चलाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई से नकली नोटों के अवैध कारोबार पर गहरा प्रहार हुआ है।
पुलिस ने इस अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सूत्रधार गौरव पुंडीर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित उसके घर से दबोचा। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर जयपुर लाया गया है।
ऐसे हुआ नकली नोट फैक्ट्री का खुलासा
स्पेशल कमिश्नर (ऑपरेशन) राहुल प्रकाश ने गुरुवार को इस खुलासे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चित्रकूट थाना पुलिस ने जाली नोट के मामले में पहले झालावाड़ के गोविंद चौधरी और चित्रकूट निवासी देवेश फांडा को गिरफ्तार किया था।
इन आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे जाली नोट उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से लाते थे। इस इनपुट के बाद राजस्थान पुलिस की एक विशेष टीम सक्रिय हुई।
सहारनपुर में पुलिस का डिकॉय ऑपरेशन
प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस की एक टीम ने डिकॉय ऑपरेशन (नकली ग्राहक बनकर) चलाया। टीम जाली नोट के खरीदार बनकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर पहुंची।
वहां गिरोह के मास्टरमाइंड गौरव पुंडीर को जाली नोट खरीदने के बहाने मिलने बुलाया गया और उसे मौके पर ही धर दबोचा गया।
फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली नोट और उपकरण बरामद
आरोपी गौरव पुंडीर की निशानदेही पर पुलिस उसके घर पहुंची, जहां नकली नोटों का एक बड़ा जखीरा बरामद हुआ। पुलिस ने सहारनपुर में गौरव पुंडीर द्वारा संचालित नकली नोट छापने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
फैक्ट्री से एक कंप्यूटर, तीन प्रिंटर और अन्य संबंधित उपकरण जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही, वहां से छापे गए कुल 6.51 लाख रुपए के नकली नोट भी बरामद किए गए।
छह महीने से फैला रखा था कारोबार का जाल
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी गौरव पुंडीर ने कबूल किया कि वह पिछले छह महीनों से नकली नोटों का कारोबार कर रहा था। उसके खिलाफ पहले भी जाली नोट से जुड़े मामले दर्ज हैं।
उसने यह भी बताया कि उसने छह लाख रुपए के नकली नोट चंडीगढ़ में एक व्यक्ति को दिए थे। पुलिस की एक टीम उस व्यक्ति की तलाश में चंडीगढ़ रवाना हो गई है।
इसके अलावा, आरोपी ने कश्मीर में भी तीन लाख रुपए के जाली नोट भेजने की बात स्वीकार की है। इस संबंध में भी पुलिस की पड़ताल जारी है।
एक लाख के बदले तीन लाख के नकली नोट का खेल
राहुल प्रकाश ने बताया कि आरोपी एक लाख रुपए असली नोट लेकर बदले में तीन लाख रुपए के नकली नोट देता था। प्रिंटर से छपे होने के कारण इन नोटों की क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं थी।
हालांकि, ये बदमाश कम जानकारी रखने वाले लोगों को, खासकर रात के अंधेरे में, इन नोटों को खपाने की फिराक में रहते थे। वे सब्जी मंडियों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और बुजुर्गों को निशाना बनाते थे।
इस गिरोह से जुड़े कुछ अन्य लोगों की नागौर में भी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी से गहनता से पूछताछ में इस गिरोह से जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आने की संभावना है।
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