पायलट पर नरम हुए गहलोत : CM अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के मुद्दे पर मीडिया पर लगा दिया आरोप, बोले कि हम सब एक हैं.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूं तो सचिन पायलट को लेकर जब भी मौका मिलता है तब अपने मन की भड़ास निकालने में कभी पीछे नहीं रह्ते और सचिन पायलट के लिए हर तरह की भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें देखा जाता है

gehlot vs pilot

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूं तो सचिन पायलट को लेकर जब भी मौका मिलता है तब अपने मन की भड़ास निकालने में कभी पीछे नहीं रह्ते और सचिन पायलट के लिए हर तरह की भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें देखा जाता है लेकिन कल जब सचिन पायलट को लेकर मीडिया ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने मीडिया पर ही झूठ फैलाने का आरोप लगा दिया. 

मौका बिड़ला सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम का था जिसमे शिरकत करने के लिए मुख्यमंत्री पहुंचे थे. कार्यक्रम के बाद जब उन्होंने मीडिया से बात की तो बहुत से सवालों का जवाब देते हुए जब सचिन पायलट का मुद्दा आया तो मुख्यमंत्री मीडिया पर बिगड़ गए और बोले कि ये सब मीडिया द्वारा फैलाया गया भृम हैं. हम सब एक हैं. 

हालाँकि सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के बाद CM गहलोत की सचिन पायलट को लेकर कोई तल्ख़ टिप्पणी देखने को नहीं मिली है लेकिन गहलोत जब मौका मिलता है तब सचिन पायलट को अपने बयानों में लपेटने में कोई कसर बाकि नहीं रखते.

जब सचिन पायलट ने भृष्टाचार के मुद्दे पर गहलोत सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन किया था तब उसके तुरंत बाद गहलोत ने सचिन पायलट और पायलट खेमे के विधायकों को ना केवल मानेसर की घटना याद दिलाई थी बल्कि गृह मंत्री अमित शाह से पैसे तक लेने का आरोप लगाया था. 

लेकिन सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ना केवल सचिन पायलट को लेकर थोड़े नरम हुए है बल्कि यह बयान उनका ऐसे समय आया है जब 26 मई यानि की कल दिल्ली में आलाकमान के साथ राजस्थान के कांग्रेस नेताओ की एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है. 

कल मीडिया से बातचीत में भी अशोक गहलोत ने दिल्ली में होने वाली इस बैठक को महत्वपूर्ण बताया. 

एक बार फिर से मोदी पर निशाना 

अशोक गहलोत इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगातार मुखर दिख रहे है. राजस्थान में नरेन्द्र मोदी के सिलसिलेवार दौरों के बीच गहलोत को भी जब मौका मिलता है तब वे मोर्चा खोल देते है. उसी तरह कल भी CM ने नए संसद भवन के शिलान्यास कार्यक्रम के बहाने नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि संसद भवन का शिलान्यास राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू के हाथों से होना चाहिए था.