Jalore: CM हमारी बेटियां योजना: जालोर की 4 छात्राओं को ₹1.15 लाख सहायता

मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना (CM Hamari Betiyan Yojana) के तहत जालोर (Jalore) जिले की चार मेधावी छात्राओं का चयन हुआ है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) उन्हें सम्मानित करेंगे और पढ़ाई पूरी होने तक हर साल 1.15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।

जालोर की 4 बेटियों का सम्मान, मिलेगी ₹1.15 लाख सहायता

जालोर: मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना (CM Hamari Betiyan Yojana) के तहत जालोर (Jalore) जिले की चार मेधावी छात्राओं का चयन हुआ है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) उन्हें सम्मानित करेंगे और पढ़ाई पूरी होने तक हर साल 1.15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।

राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना ने एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीद जगाई है। इस वर्ष जालोर जिले की चार अत्यंत मेधावी छात्राओं का चयन इस योजना के लिए किया गया है। इन छात्राओं ने कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में अपने-अपने स्कूल और जिले में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर यह उपलब्धि हासिल की है। यह योजना न केवल उन्हें सम्मान प्रदान करेगी, बल्कि उनकी आगे की पढ़ाई के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता भी सुनिश्चित करेगी।

मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना: शिक्षा को प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना और आर्थिक रूप से कमजोर तथा प्रतिभाशाली छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत चयनित छात्राओं को उनकी पढ़ाई पूरी होने तक प्रतिवर्ष 1 लाख 15 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह सहायता उन्हें बिना किसी वित्तीय बाधा के अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद करती है, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकें।

इन मेधावी छात्राओं का हुआ चयन

इस वर्ष जालोर जिले से चार बालिकाओं का चयन किया गया है, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है:

  • अदिति गुप्ता: सायला के रेवतड़ा गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा अदिति गुप्ता (पुत्री गिरीज प्रसाद गुप्ता) ने 97.33 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में टॉप किया है। उनकी इस शानदार उपलब्धि के लिए उनका चयन योजना में हुआ है।
  • निकिता: राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सांचौर की छात्रा निकिता (पुत्री वेराराम) ने 96.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में दूसरा स्थान हासिल किया। उनकी मेधा को देखते हुए उन्हें भी इस योजना के लिए चुना गया है।
  • ममता कुमारी: जालोर के धूब्डियां गांव स्थित राजकीय सेकेंडरी स्कूल की छात्रा ममता कुमारी (पुत्री हरचंद राम) बीपीएल परिवार से आती हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी 91 प्रतिशत अंक हासिल कर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया, जिसके बाद उन्हें योजना में शामिल किया गया।
  • दिव्या कुमारी: भैसवाड़ा स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय गर्ल्स स्कूल एवं छात्रावास की छात्रा दिव्या कुमारी (पुत्री प्रेमाराम) अनाथ हैं। उन्होंने लगातार मेहनत कर 87.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उनकी लगन और शिक्षा के प्रति समर्पण को देखते हुए उन्हें भी इस महत्वपूर्ण योजना का हिस्सा बनाया गया है।

आर्थिक सहायता का विस्तृत विवरण

योजना के नियमों के अनुसार, चयनित छात्राओं को कक्षा 11 और 12 में नियमित अध्ययन करने या किसी व्यावसायिक शिक्षा/प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रतिवर्ष अधिकतम 1 लाख 15 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। इस राशि में 15 हजार रुपए स्टेशनरी और अन्य शैक्षणिक सामग्री के लिए निर्धारित हैं, जबकि अधिकतम एक लाख रुपए स्कूल, कोचिंग या छात्रावास शुल्क के लिए प्रदान किए जाएंगे। यह सुनिश्चित करता है कि छात्राओं को अपनी पढ़ाई के लिए किसी भी प्रकार की वित्तीय कमी का सामना न करना पड़े।

विधायक ने घर जाकर दी बधाई

जालोर जिले की टॉपर अदिति गुप्ता के सम्मान में जालोर विधायक और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग उनके घर रेवतड़ा पहुंचे। उन्होंने अदिति को साफा व माला पहनाकर स्वागत किया और मिठाई खिलाकर उनकी इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी। विधायक ने इस अवसर पर कहा कि ये बेटियां पूरे जिले का गौरव हैं और उनकी सफलता अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

योजना का व्यापक प्रभाव और उत्साह

राजस्थान में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस बार कुल 60 बेटियों का सम्मान किया जा रहा है, जिसमें जालोर जिले की ये चार मेधावी छात्राएं भी शामिल हैं। जालोर में इन बेटियों के चयन से जिले भर में उत्साह का माहौल है। स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का मानना है कि यह योजना न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनेगी। यह उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगी और उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने में मदद करेगी। दिव्या कुमारी के चयन पर उनके स्कूल स्टाफ और अन्य छात्राओं ने भी मिठाई खिलाकर उन्हें बधाई दी, जो इस योजना के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।