Highlights
- UGPF निदेशक ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत ने जयपुर के विद्यार्थियों को संबोधित किया।
- शिक्षा को वास्तविक सशक्तिकरण और समाज निर्माण का आधार बताया गया।
- UGPF छात्रवृत्ति, पुस्तक सहायता और मेंटरशिप के माध्यम से छात्रों का समर्थन करता है।
- संस्था का व्यापक दृष्टिकोण पर्यावरण, ग्रामीण विकास और महिला शिक्षा तक फैला है।
जयपुर, 27 सितम्बर।
जयपुर के पीजी हॉस्टल में आज एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (UGPF) के निदेशक ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों से मुलाकात की। इस आत्मीय संवाद के दौरान उन्होंने शिक्षा के महत्व, फाउंडेशन की विभिन्न योजनाओं और युवाओं की समाज निर्माण में भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला, जिससे विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ।
शिक्षा: वास्तविक सशक्तिकरण का मार्ग
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर शेखावत ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि शिक्षा को केवल नौकरी पाने का माध्यम नहीं समझना चाहिए, बल्कि यह वास्तविक सशक्तिकरण और एक मजबूत, प्रगतिशील समाज के निर्माण का आधार है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज भी हमारे देश में कई मेधावी विद्यार्थी आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों के कारण अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाते। उन्होंने कहा, “हमारा यह दृढ़ प्रयास है कि ऐसे विद्यार्थियों को आवश्यक अवसर और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें।”
UGPF की छात्रवृत्ति और संसाधन सहायता पहल
ब्रिगेडियर शेखावत ने UGPF द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि फाउंडेशन छात्रवृत्ति योजनाओं, पुस्तक सहायता और मेंटरशिप कार्यक्रमों के माध्यम से जरूरतमंद और योग्य विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करता है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी योग्य अभ्यर्थी केवल अभावों या संसाधनों की कमी के कारण अपने लक्ष्य से पीछे न रह जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करना भी है, ताकि वे एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक संदेश
संवाद सत्र के दौरान, ब्रिगेडियर शेखावत ने विद्यार्थियों को सफलता के मंत्र दिए। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम, समय का सदुपयोग और अटूट आत्मविश्वास ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि जीवन में आने वाली किसी भी कठिनाई को एक अवसर में बदलने की क्षमता ही असली नेतृत्व का लक्षण है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे चुनौतियों से घबराएं नहीं, बल्कि उन्हें अपनी ताकत बनाएं। विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए और UGPF जैसी संस्था के सहयोग को अत्यंत प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से उन्हें न केवल आर्थिक सहयोग मिलता है, बल्कि आत्मविश्वास और आगे बढ़ने की ऊर्जा भी प्राप्त होती है, जो उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
फाउंडेशन का व्यापक दृष्टिकोण और सामाजिक प्रतिबद्धता
ब्रिगेडियर शेखावत ने कहा कि फाउण्डेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल के नेतृत्व में यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (UGPF) केवल शिक्षा के क्षेत्र में ही कार्य नहीं कर रहा है, बल्कि इसका दृष्टिकोण कहीं अधिक व्यापक है। यह संस्था पर्यावरण संरक्षण, ग्रामीण विकास, महिला शिक्षा को बढ़ावा देने, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम, गौ संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहरों के संवर्धन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। संस्था का मानना है कि समाज में वास्तविक शांति और प्रगति तभी संभव है जब समाज का प्रत्येक वर्ग शिक्षा और समान अवसरों से जुड़ा हो। UGPF संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को ध्यान में रखते हुए अपनी योजनाएं बनाती है और युवाओं को समाज में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक के रूप में तैयार करने का संकल्प रखती है। आज के इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि UGPF की पहल न केवल व्यक्तिगत स्तर पर विद्यार्थियों को प्रेरित कर रही है, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा भी तय कर रही है। इस तरह की गतिविधियाँ युवाओं को उनकी क्षमताओं पर विश्वास दिलाती हैं और देश के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती हैं, जिससे एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होता है।