Crime: रामदेवरा यात्रा की आड़ में डोडा पोस्त की तस्करी

राजस्थान - जालोर जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र में पुलिस ने रामदेवरा यात्रा की आड़ में डोडा पोस्त की तस्करी का पर्दाफाश किया है।

जालोर, राजस्थान - जालोर जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र में पुलिस ने रामदेवरा यात्रा की आड़ में डोडा पोस्त की तस्करी का पर्दाफाश किया है। जिला विशेष पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए 471.260 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद किया और एक तस्कर को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।

Jalore पुलिस की कार्रवाई

जालोर एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने बताया कि भाद्राजून थानाधिकारी प्रेमाराम और जिला विशेष पुलिस टीम ने रात्रि गश्त के दौरान शंखवाली क्षेत्र में एक सफेद स्कॉर्पियो (नंबर GJ 27 EE 3482) को रोककर जांच की। वाहन में 24 कट्टों में कुल 471.260 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त पाया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 71 लाख रुपये है। पुलिस ने मौके पर मौजूद एक आरोपी, रमेश कुमार (निवासी भोजासर, बायतु) को गिरफ्तार किया, जबकि दूसरा आरोपी, गोरधनराम (निवासी केरली नाडी बुठासर, बायतु) फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक देशी पिस्टल, 02 मैगजीन और 07 जिंदा कारतूस भी बरामद किए।

तस्करी की योजना

एसपी यादव ने बताया कि तस्करों ने पुलिस की नजरों से बचने के लिए वाहन पर बाबा रामदेव की ध्वजा लगाई हुई थी। गिरफ्तार आरोपी रमेश कुमार ने खुलासा किया कि डोडा पोस्त चित्तौड़गढ़ के पास मंगलवाड़ से खरीदा गया था और गोरधनराम उसे आगे ले जा रहा था। तस्करी के दौरान वाहन को एस्कॉर्ट करने के लिए आगे-पीछे दो अन्य वाहन भी थे, जिनकी जांच की जा रही है।

फर्जी नंबर प्लेट और चोरी का वाहन

जांच के दौरान यह भी पता चला कि तस्करी में प्रयुक्त स्कॉर्पियो वाहन चोरी का था और उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी। एसपी यादव ने बताया कि जिले में पूर्व में हुई मादक पदार्थों की बड़ी जब्तियों में भी इन आरोपियों की संलिप्तता हो सकती है, जिसकी जांच की जा रही है।

आगे की जांच

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और फरार आरोपी गोरधनराम की तलाश जारी है। पुलिस तकनीकी रूप से अन्य अभियुक्तों की संलिप्तता की जांच कर रही है और इस मामले में जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है।

समाज के लिए चेतावनी

यह घटना न केवल पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि तस्कर धार्मिक आस्था का भी दुरुपयोग कर सकते हैं। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे इस तरह की गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।