शासन सचिव का संदेश: राइजिंग राजस्थान 2024 को सफल बनाएं
रवि जैन ने निर्देश दिए कि उक्त आयोजन की व्यवस्थाओं का मुस्तैदी से क्रियान्वयन किया जाए
जयपुर। शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति तथा पुरातत्व विभाग रवि जैन की अध्यक्षता में बुधवार को पर्यटन भवन में "राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024(09 से 11 दिसम्बर) के आयोजन तथा इससे पूर्व 8 अक्टूबर को जयपुर में आयोजित होने वाली प्री-समिट की व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन हेतु पर्यटन विभाग को सौंपे गए दायित्व के निर्वहन के संबंध में बैठक आयोजित कर चर्चा की गई।
शासन सचिव सहित बैठक में पर्यटन आयुक्त विजय पाल सिंह, राजस्थान पर्यटन विकास निगम की प्रबंध निदेशक श्रीमती सुषमा अरोड़ा, निदेशक पुरातत्व विभाग पंकज धरेन्द्र, अतिरिक्त निदेशक पर्यटन राकेश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी संयुक्त निदेशक (निवेश) पवन कुमार जैन तथा अन्य विभागीय अधिकारी एवं जयपुर के होटेलियर्स उपस्थित रहे। इसके साथ ही बैठक में जिलों से पर्यटन अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़कर शामिल हुए।
रवि जैन ने निर्देश दिए कि उक्त आयोजन की व्यवस्थाओं का मुस्तैदी से क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आयोजन के दौरान राजस्थान की कला और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने हेतु शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाए।
इसके साथ समिट के दौरान आने वाले डेलिगेट्स के ठहरने की बेहतरीन व्यवस्था, बेहतरीन भोजन व्यवस्था के साथ अन्य सभी व्यवस्थाओं को उत्कृष्टता से सुनिश्चित करें और पर्यटन में अग्रणी हमारे राज्य राजस्थान के महल किले और म्यूजियम का भ्रमण करवाने की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित करें।
शासन सचिव ने राजस्थान राज्य में निवेशकों द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में नए निवेश करने लिए जिलों और राज्य स्तर पर एमओयू किए जाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों की सुविधा के लिए विभिन्न विभागों से क्लियरेन्स हेतु राजस्थान का सिंगल विंडो पोर्टल, राज निवेश पोर्टल महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि राजस्थान राज्य में निवेशकों द्वारा पर्यटन के क्षेत्र में नए निवेश करने लिए राज निवेश पोर्टल पर एमओयू प्रस्ताव स्वीकार किये जा रहे हैं। उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारियों को कहा कि वे अपने क्षेत्र के निवेशकों को जो एम ओ यू हेतु प्रोत्साहित किये जा सकते हैं उनकी सूची प्रेषित करें।
रवि जैन ने जिलों के पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिलों में पर्यटन इकाई के प्रोजेक्ट को शुरू किए जाने हेतु कोई अनुमति की आवश्यकता है तो आज ही सूचित करें ताकि उसके अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाए।