Rajasthan: हनुमानगढ़ हिंसा प्रायोजित, बाहरी लोग और कांग्रेसी शामिल: सरकार
राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने हनुमानगढ़ (Hanumangarh) एथेनॉल फैक्ट्री (Ethanol Factory) हिंसा को प्रायोजित बताया। मंत्री सुमित गोदारा (Sumit Godara) और जोगाराम पटेल (Jogaram Patel) ने कहा, यह बाहरी लोगों और कांग्रेस (Congress) नेताओं द्वारा करवाया गया था।
जयपुर:राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने हनुमानगढ़ (Hanumangarh) एथेनॉल फैक्ट्री (Ethanol Factory) हिंसा को प्रायोजित बताया। मंत्री सुमित गोदारा (Sumit Godara) और जोगाराम पटेल (Jogaram Patel) ने कहा, यह बाहरी लोगों और कांग्रेस (Congress) नेताओं द्वारा करवाया गया था।
भजनलाल सरकार ने हनुमानगढ़ एथेनॉल फैक्ट्री में हुई हिंसा को प्रायोजित करार दिया है। घटना को लेकर आधिकारिक बयान जारी करते हुए मंत्री सुमित गोदारा और मंत्री जोगाराम पटेल ने यह बात कही।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई किसानों का आंदोलन नहीं था, बल्कि इसे सुनियोजित तरीके से करवाया गया था।
बाहरी लोगों की संलिप्तता
मंत्रियों ने बताया कि राजस्थान के बाहर से आए करीब एक हजार लोगों ने फैक्ट्री में हिंसा की थी। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा बातचीत के लिए तैयार है।
कानून सम्मत सभी बातों को माना जाएगा, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ऐसा होने पर सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी।
कांग्रेस पर लगे गंभीर आरोप
मंत्री सुमित गोदारा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस फैक्ट्री को लगाने का एमओयू कांग्रेस शासनकाल में साल 2022 में हुआ था। इसके बाद साल 2023 में जमीन का लैंड कंवर्जन भी हुआ।
अब कांग्रेस के नेता ही इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से जवाब मांगा है।
उन्हें बताना चाहिए कि उनके अपने नेता उनके शासनकाल में हुए फैसलों का विरोध क्यों कर रहे हैं।
फैक्ट्री के फायदे और विरोध का कारण
गोदारा ने यह भी बताया कि इस एथेनॉल फैक्ट्री से क्षेत्र के किसानों और श्रमिकों को सीधा फायदा होगा। स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
बायो फ्यूल निकालने के लिए किसानों से बड़ी मात्रा में गन्ना, मक्का और कृषि अपशिष्ट खरीदा जाएगा। इससे पशुओं के लिए कैटल फीड का भी उत्पादन होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और कॉमरेड क्षेत्र के वातावरण को दूषित करना चाहते हैं और विकास के खिलाफ हैं।